अगरपुरा क्षेत्र में हत्या और हमले के मामले में बड़ा खुलासा
Banswara News : अगरपुरा क्षेत्र में सास नंदा खराड़ी की गोली मारकर हत्या और उनकी बेटी गुंजन पर चाकू से जानलेवा हमले के मामले में पुलिस ने सोमवार को बड़ा खुलासा किया। एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि इन दोनों घटनाओं में शामिल मुख्य आरोपी अजय भोई और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
नंदा खराड़ी हत्या मामला
नंदा खराड़ी की हत्या में दाहोद के गारखाया निवासी सोयण उर्फ चॉकलेट बबेरिया ने गोली चलाई थी। इस वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक सालिया के भाविक वैष्णव की थी। हत्या के बाद मुख्य आरोपी अजय भोई प्रतापगढ़ भाग गया, जहां वह चार दिन तक तालाबखेड़ा के विनोद उर्फ कल्टी ढोली के घर शरण में रहा। विनोद और अजय की दोस्ती बांसवाड़ा जेल में हुई थी।
गुंजन पर जानलेवा हमला
अक्टूबर में नंदा की बेटी गुंजन पर चाकू से हमला करने में कालिका माता क्षेत्र के मितराजसिंह राजपूत शामिल था। इस मामले में अजय भोई को पहले कलिंजरा के गोपाल डिंडोर और फिर इंदौर के लाखनसिंह किर ने शरण दी थी।
आरोपियों की गिरफ्तारी
इन दोनों मामलों में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
- मुख्य आरोपी: अजय भोई
- सहयोगी: मितराजसिंह राजपूत, सोयण उर्फ चॉकलेट बबेरिया, भाविक वैष्णव, गोपाल डिंडोर, और लाखनसिंह किर।
फिलहाल, अजय भोई का अस्पताल में इलाज जारी है।
अजय की गिरफ्तारी का घटनाक्रम
27 दिसंबर को पुलिस को सूचना मिली कि अजय भोई रतलाम रोड के पास पंप हाउस में छिपा हुआ है। पुलिस टीम उसे पकड़ने पहुंची तो अजय ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली अजय के पैर में लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले मामले
- मार्च 2023: अजय भोई ने परिवादी कैलाश की बेटी गुंजन को धमकाने और उसके भाई सोनू का अपहरण कर जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में मितराजसिंह गिरफ्तार हुआ था, जबकि अजय फरार था।
- साल 2022: अजय भोई और मितराजसिंह ने रामपुर निवासी समीर उर्फ चांदबाबू की चाकू से हत्या की थी। इस मामले में अजय जमानत पर बाहर था।
निष्कर्ष
पुलिस ने नंदा खराड़ी हत्या और गुंजन पर जानलेवा हमले के षड्यंत्र में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही, अजय भोई के आपराधिक इतिहास और उसके नेटवर्क का भी पर्दाफाश किया गया है।