डूंगरपुर।चौरासी विधानसभा सीट पर बीजेपी ने सीमलवाड़ा प्रधान कारीलाल ननोमा को प्रत्याशी घोषित किया है। चौरासी से भाजपा ने इस बार अपना कैंडिडेट बदलकर सभी को चौंका दिया है।
इस सीट पर 1990 से भाजपा के सुशील कटारा और उनके परिवार को ही टिकट मिले, लेकिन इस बार भाजपा ने नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। चौरासी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। बीएपी, कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
इस सीट पर 1990 से भाजपा के सुशील कटारा और उनके परिवार को ही टिकट मिले, लेकिन इस बार भाजपा ने नए प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। चौरासी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। बीएपी, कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
चौरासी विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को चुनाव हैं। 25 अक्टूबर तक नामांकन की आखिरी तारीख है। कांग्रेस की और से देर रात को टिकट की घोषणा के बाद भाजपा ने भी अपने प्रत्याशी की घोषणा कर दी है।
भाजपा ने इस बार टिकट बदलकर सीमलवाड़ा से प्रधान कारीलाल ननोमा को टिकट दिया है। कारीलाल सादड़िया पंचायत के पूर्व सरपंच रह चुके हैं। अभी उनकी पुत्र वधू रेखा सरपंच हैं। उनकी पत्नी हाकली देवी भी पूर्व में सरपंच रह चुकी हैं। कारीलाल पंचायत में सरपंच के बाद प्रधान बने और अब उन्हें चौरासी से विधायक का टिकट मिला है।
कारीलाल के टिकट मिलने के बाद इनके समर्थकों में खुशी का माहौल है। वहीं भाजपा ने 1990 के बाद पहली बार सुशील कटारा और उनके परिवार से बाहर टिकट दिया है। सुशील कटारा पिछले 4 बार से भाजपा के प्रत्याशी रहे हैं। एक बार वे भाजपा सरकार में राज्यमंत्री भी रहे, लेकिन इस बार भाजपा ने सुशील कटारा को चुनाव का सह प्रभारी बनाकर ही टिकट काटने के संकेत दे दिए थे।
सभी पार्टियों के नए प्रत्याशी
चौरासी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। तीनों ही पार्टियों ने इस बार नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। राजकुमार रोत के सांसद बनने के बाद खाली हुई सीट पर बीएपी ने अनिल कटारा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस की ओर से संसारपुर सरपंच महेश रोत को टिकट दिया है।
बीजेपी ने भी अब अपना प्रत्याशी बदलते हुए प्रधान कारीलाल ननोमा को मैदान में उतारा है। इसके अलावा भी कई पार्टियों के प्रत्याशी मैदान में रहेंगे, लेकिन बड़ा मुकाबला बीएपी, कांग्रेस और भाजपा में ही देखने को मिलेगा।