विश्व रक्त दाता दिवस का विषय व अनमोल वचन  World blood donor day 2023,theme, quotes in hindi

विश्व रक्त दाता दिवस इतिहास (World blood donor day history) विश्व रक्त दाता दिवस को 14 जून 1868 को कार्ल लंद्स्तेइनर के जन्म दिन के अवसर पर हर वर्ष मनाया जाता है. वह एक महान वैज्ञानिक थे उनको एबीओ रक्त समूह की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था.

इस दिवस के आयोजन को पहली बार 2004 में शुरू किया गया था, जिसको वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन, द इंटरनेशनल फेडरेशन के द्वारा शुरू किया गया था

विश्व रक्त दाता दिवस को मनाने का उद्देश्य (Objective of World blood donor day) – विश्व स्वास्थ्य संगठन का उद्देश्य 2020 तक पूरे विश्व में स्वैच्छिक और अवैतनिक रक्त दाताओं से पर्याप्त मात्रा में रक्त की आपूर्ति को प्राप्त करके उन्हें जरुरत मंदों तक पहुचाना है.

आंकड़ों में यह बात सामने आई है कि केवल 62 देश में स्वैच्छिक और अवैतनिक रक्त दाता पर्याप्त मात्रा में रक्त की आपूर्ति कर रहे है, जबकि 40 देशों में अभी भी रोगी या तो अपने परिवार के सदस्य या किसी ऐसे रक्त दाता पर निर्भर है जो पैसों का भुगतान करने के बाद उन्हें रक्त की आपूर्ति कराते है. इसलिए स्वैच्छिक रक्तदान कर्ताओं को प्रेरित करने के लिए और उनके योगदान की सराहना के लिए इस दिन का आयोजन किया जाता है.

विश्व रक्त दाता दिवस को मनाने का तरीका (World blood donor day celebration) रक्त और रक्त उत्पादों का आदान प्रदान हर वर्ष लाखों लोगों को बचाने में सहायता करता है. दुनियाभर में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रक्त दान की जरूरत के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए बहुत से गतिविधियों और कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.

रक्त समूह की जानकारी (Blood group information) हमारे रक्त को मुख्यतः आठ वर्गों में विभाजित किया गया है जो कि निम्नलिखित है- ओ+ अर्थात ओ पोजेटिव या सकारात्मक, ए+, बी+, एबी+ ये सभी पोजेटिव रक्त समूह में आते है. इसके साथ ही ओ – अर्थात नकारत्मक, ए-, बी-, एबी- ये सभी निगेटिव रक्त समूह में आते है

रक्तदान ही महान सेवा है रक्त दान करें और जीवन बचाएं