भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि वह जल्द ही विशिष्ट उपयोग के लिए ई-रुपये की पायलट आधार पर पेशकश करेगा। केंद्रीय बैंक भारत मे डिजिटल मुद्रा का परीक्षण कर रहा है।
शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि वह जल्द ही विशिष्ट उपयोग के लिए ई-रुपये की पायलट आधार पर पेशकश करेगा। केंद्रीय बैंक भारत मे डिजिटल मुद्रा का परीक्षण कर रहा है। आरबीआई ने केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) के बारे मे पेश अपनी एक कॉन्सेप्ट नोट मे कहा, पायलट आधार पर इस तरह की पेशकश की सीमा और दायरे का विस्तार होने के साथ ही समय-समय पर ई-रुपये की विशिष्ट विशेषताओ और लाभों के बारे मे जानकारी दी जाएगी।
जानिए कॉन्सेप्ट नोट में क्या है शामिल
इस कॉन्सेप्ट नोट मे डिजिटल मुद्रा की प्रौद्योगिकी और डिजाइन विकल्प, डिजिटल रुपये के संभावित उपयोग, और डिजिटल मुद्रा को जारी करने की व्यवस्था जैसे प्रमुख मुद्दो पर भी चर्चा की गई है। इसमे सीबीडीसी की शुरूआत के चलते बैंकिंग प्रणाली, मौद्रिक नीति और वित्तीय स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभावों की पड़ताल की गई है। साथ ही गोपनीयता के मुद्दो का विश्लेषण भी किया गया है।
पीएम मोदी ने पिछले साल लॉन्च किया था ई रूपी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अगस्त 2021 को कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस भुगतान के नए टूल के रूप मे ई-रुपी का शुभारंभ किया। दरअसल ई-रुपी मूल रूप से एक डिजिटल वाउचर है, जो एक लाभार्थी को उसके फोन पर SMS या QR कोड के रूप में मिलता है। उदाहरण के लिए यदि सरकार अपने किसी कर्मचारी का किसी खास अस्पताल मे विशेष इलाज का खर्च उठाना चाहती है, तो वह एक पार्टनर बैंक के जरिए निर्धारित राशि के लिए ई-रुपी का वाउचर जारी कर सकेगी।