जयपुर/देशभर में एक साथ 4 मई को संपन्न हुई NEET UG 2025 परीक्षा के दौरान जयपुर से एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। ATS और SOG से मिले इनपुट पर जयपुर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो मोटी रकम लेकर परीक्षार्थियों की जगह डमी कैंडिडेट बैठा रहा था। इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में अजीत कुमार, सोहन लाल, जितेंद्र, संजय और रोहित शामिल हैं। इनमें से अजीत और सोहन आयुर्वेद में पीजी कर रहे हैं, जो अपने तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग कर रहे थे।
AI से बनाते थे फर्जी पहचान पत्र
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह AI टूल्स की मदद से डमी कैंडिडेट और असली परीक्षार्थी की फोटो मिक्स कर फर्जी पहचान पत्र तैयार करता था। फिर इन फर्जी डॉक्यूमेंट्स के आधार पर डमी व्यक्ति परीक्षा केंद्र में प्रवेश करता था।
बरामद हुआ हाई-टेक सामान और कैश
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने इनके पास से 3 ब्लूटूथ डिवाइस, 50,000 रुपये नकद, एक स्कॉर्पियो कार और परीक्षा से जुड़े फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं। ये सभी गतिविधियाँ डीसीपी वेस्ट अमित कुमार बुडानिया के नेतृत्व में अंजाम दी गईं।
नीट पेपर कठिन, कट-ऑफ कम रहने की उम्मीद
इस बीच, नीट परीक्षा में शामिल छात्रों का कहना है कि इस बार का पेपर पिछले सालों की तुलना में कठिन था, खासकर भौतिकी और बॉटनी के सवालों को लेकर। इसलिए विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस साल कट-ऑफ कम जा सकती है। परीक्षा में 180 प्रश्न और 3 घंटे की समय सीमा निर्धारित की गई थी।
जयपुर में सामने आया NEET UG 2025 का यह स्कैंडल न केवल परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल उठाता है, बल्कि तकनीक के दुरुपयोग का भी ज्वलंत उदाहरण है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश जारी है।