डूंगरपुर। इस चुनावी वर्ष में टीएसपी से नाॅन टीएसपी जाने वाले शिक्षकाें काे राहत की खबर मिल सकती है। 27 फरवरी काे लिखे पत्र के मुताबिक जो शिक्षक नॉन टीएसपी में जाना चाहते हैं। उनकी पूरी सूची तैयार कर कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर चस्पा करने के साथ भिजवाने के लिए कह दिया है।
वहीं, जाे शिक्षक टीएसपी से नाॅन टीएसपी जाना चाहते हैं उन्हें नाॅन टीएसपी क्षेत्र की तीन स्कूलाें काे वरियता के क्रम में देने के लिए कह दिया है। उदयपुर संभाग के स्कूल शिक्षा संयुक्त निदेशक एन्जिलिका पलात ने जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक व माध्यमिक डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर को पत्र लिखा है।
हालांकि 27 फरवरी काे निकाले गए पत्र के अनुसार 1 मार्च तक सूचना एक्सल शीट में मांगी है। यह भी कहा है कि पूर्व में भिजवाई सूची भी नोटिस बोर्ड पर चस्पा करनी है ताकि किसी भी कार्मिक का नाम वंचित नहीं रहे। हालांकि इस पत्र के बाद लंबे समय से इंतजार कर रहे शिक्षकाें के लिए वापस उम्मीद जगी है।
दरअसल, टीएसपी क्षेत्र में वर्षों से कार्यरत शेष जिलों के मूल निवासी सैकड़ों शिक्षकों को अपने गृह जिले का जाने का इंतजार था। राज्य सरकार ने प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर सहित प्रदेश के दस जिलों को प्रतिबंधित जिलों में शामिल किया हुआ है। इन जिलों में नियुक्त शिक्षकों के तबादलों पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
टीएसपी क्षेत्र में सेवारत अध्यापकों को नॉन टीएसपी और उनके गृह जिले में समायोजन को लेकर सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है जबकि पिछले 20 सालों से राज्य के कई नॉन टीएसपी जिलों के शिक्षक उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ सहित टीएसपी रिजर्व जिलों में पोस्टेड है। पिछले दिनाें समानता मंच ने उदयपुर में किए गए धरने प्रदर्शन के दाैरान भी इस मुद्दे काे उठाया गया था।