सागवाड़ा। राजस्थान की गहलोत सरकार को समर्थन देने वाले अलवर जिले के बहरोड़ से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव अपनी मांगों को लेकर डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा विधानसभा में काले कपड़े पहनकर दौड़ लगाई है। विधायक का कहना है कि युवाओं, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और किसानों की मांगों को लेकर दौड़ लगा रहे है। मैं स्वयं को तकलीफ देकर सरकार को बताना चाहता हूं कि आम जनता बहुत दुखी और परेशान है, उनकी समस्याओं का समाधान कर राहत पहुंचाई जाए। प्रदेश के युवाओं को ही सरकारी नौकरिया दी जाए। इसके लिए कानून बनाया जाना जरूरी है।
दरअसल, पेपरलीक और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर वे लगातार सरकार के विरोध में खड़े हैं। इससे पहले उन्होंने 6 फरवरी को दूसरी बार जयपुर के सेंट्रल पार्क में 100 किलोमीटर की दौड़ लगाई थी। विधायक अपनी मांगों को लेकर इस बार 200 विधानसभाओं में काले कपड़े पहन दौड़ लगा रहे है। इसकी शुरुआत उन्होंने पहले जैसलमेर के प्रसिद्ध तीर्थस्थल रामदेवरा से की। बाबा रामदेव के दर्शन कर रनिंग शुरू की। बहरोड़ विधायक ने काले कपड़े पहनकर बुधवार को सागवाड़ा के प्राइवेट बस स्टेंड से गोल चौराहे तक अपने समर्थकों के साथ दौड़ लगाई। जो करीब 500मीटर तक दौड़ लगाई।
विधायक बोले– 22 राज्यों में कानून बना है राजस्थान सरकार क्यूं नहीं बना रही है कानून
बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राजस्थान के बेरोजगार युवाओं को उनका हक नहीं मिल रहा है। अन्य स्टेट के लोग डांका डाल रहे है। इसलिए मैं बीते 4 साल से मांग राजस्थान सरकार से मांग करता आ रहा हूं कि 22 राज्य ऐसे हो गए है जहां राजस्थान के युवाओं को सलेक्शन जीरों है। यानी एक भी बेरोजगार को 22 राज्यों में सरकारी नौकरी नहीं मिल रही है।
अलग-अलग राज्यों ने कानून बना लिए है। मध्यप्रदेश, बिहार और हरियाणा के रहने वाले ही युवाओं अपने-अपने राज्य में आवेदन कर सकता है। इस तरीके से राजस्थान के युवाओं को रोका जा रहा है। केंद्र सरकार राज्यों में बने ऐसे कानून को निष्प्रभावी बने। ऐसा नहीं होता है तो राजस्थान सरकार बिल लेकर आए और यहां की भर्तियों में राजस्थान के युवाओं को 90-100 फीसदी कानून बनाए। वहीं कंपनियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाए।
विधायक बोले – पेपर लीक कराने वाली बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाले सरकार
विधायक ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि बार-बार पेपर लीक की घटनाएं रोके। पेपर लीक में बड़ी मछलिया या मगरमच्छ है उनको सलाखों के अंदर डाला जाए। परीक्षा प्रणाली में बदलाव लाया जाए। कांस्टेबल भर्ती में आईएएस जैसा टफ पेपर पकड़ा दिया जाता है। हम कहते है कि कांस्टेबल शारीरिक रूप से मजबूत और बहादुर होना चाहिए। तभी वह गुंडे, मवाली से लड़ेगा। कानून व्यवस्था को सुदृढ करेगा।
विधायक बोले- दोनों सरकार से मांग है कि युवाओं व किसानों के दर्द का निवारण करें
विधायक यादव ने अग्निवीर स्कीम पर बोलते हुए कहा कि 80 से एक लाख तक फौज में परमानेंट भर्ती होती थी लेकिन अभी बरसों से हो नहीं रही थी। अब भर्ती निकाली है तो अब चार साल के लिए युवाओं को लेकर रहे है। डेढ़ साल ट्रेनिंग करेंगे फिर ढाई साल नौकरी के बाद बाहर निकाल देंगे। बेरोजगार का जीवन बर्बाद हो जाएगा वो करेगा क्या। केंद्र व राज्य सरकार दोनों से मांग करता हूं कि आप जनता के दर्द का निवारण करें
ये वीडियो भी देखे