सागवाड़ा नगर क्षेत्र में चल रहे अवैध शराब के ढाबों को बंद करवाने सोशल मीडिया पर चलाई मुहिम
शराब की वजह से युवा पीढ़ी का जीवन हो रहा बर्बाद, प्रशासन ले एक्शन – बीएपी राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत
भाग – 3
सागवाड़ा। नगर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब के ढाबे धड़ल्ले से चल रहे हैं जहां शाम ढलते ही शराबियों की महफिलें जमकर शराब परोसी जा रही है।
शराब के इन अवैध ढाबों को लेकर पिछले कुछ दिनों से खबरें लगातार मीडिया में सुर्खियां बनी हुई है इसके बावजूद आबकारी विभाग इन अवैध शराब के ढाबों पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है जिससे शराब माफियाओं के हौसले बुलंद है।
सागवाड़ा नगर की सीमा व आसपास अवैध ढाबों की आड़ में शराब परोसी जा रही है तो वहीं, दूसरी तरफ डूंगरपुर-बाँसवाड़ा मार्ग, गलियाकोट मार्ग, गोरेश्वर मार्ग सहित ग्रामीण क्षेत्र में भी अवैध शराब के ढाबे धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।
इन अवैध शराब के ढाबों को बंद कराने को लेकर एक बार फिर जागरूक नागरिकों, राजनेताओं व समाजसेवकों द्वारा सोशल मीडिया पर मुहिम चलाई जा रही है।
भारत आदिवासी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने सोशल मीडिया व्हाट्सएप पर ‘मेरा सागवाड़ा’ ग्रुप में कमेंट करते हुए सागवाड़ा नगर सीमा में अवैध शराब के होटल, ढाबे बंद करवाने की मांग की। उन्होंने लिखा कि अवैध शराब के ढाबे बंद नहीं होने से युवा पीढ़ी का जीवन बर्बाद हो रहा।
सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन लाल रोत द्वारा किए गए कमेंट पर कई लोगों ने उनकी बात का समर्थन किया तथा इस मुहिम में साथ देने के लिए सहमति जताई। अब देखने वाली बात यह है कि इन अवैध शराब के ढाबों पर आबकारी विभाग व प्रशासन क्या कार्यवाही करता है ?