Banswara News : 16 साल के नाबालिग की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। नाबालिग की हत्या उसके ही दोस्त ने की थी। पुलिस ने वारदात के करीब 8 घंटे बाद उसे डिटेन कर लिया। मामले के अनुसार बांसवाड़ा शहर के हुसैनी चौक काली कल्याण धाम में बुधवार सुबह तौफीक (16) पुत्र अकबर का शव मिला था। नाबालिग के सिर पर चोट के निशान थे। पुलिस जांच के बाद मामला हत्या का निकला। मृतक के जानकारों से पूछताछ कर कड़ी से कड़ी जोड़कर जांच की गई। तब हत्या करने वाले नाबालिग को गुरुवार को डिटेन किया गया।
हत्या के बाद पूरी रात मृतक के घर सोया
डीएसपी सूर्यवीर सिंह ने बताया कि दोनों दोस्त रात में ठंड के कारण अलाव ताप रहे थे। दोनों के बीच कहासुनी हो गई। गुस्से में आकर तौफीक की हत्या कर दी। हत्या के बाद मृतक के घर पहुंचा। मृतक की मां से तौफीक के बारे में पूछताछ की। उसकी तलाश में भी परिजनों के साथ रहा। रात भर मृतक के घर पर ही सोया ताकि किसी को शक न हो।
डर कर भागा था चश्मदीद
हत्या करने वाले को पकड़ने में एक नाबालिग ने ही मदद की। वह वारदात वाली जगह पर था और चश्मदीद गवाह है। उसने बताया कि तौफीक की गला काटकर हत्या की गई थी। वह खुद डरकर वहां से भाग गया।
गले की नस कटी, सिर भी फटा
पोस्टमार्टम में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक तौफीक के गले में दाहिनी तरफ 13 सेमी लंबा घाव है। आरोपी ने धारदार हथियार से गले में दायीं तरफ इतनी जोर से वार किया कि गले की नस ही कट गई,जिससे मौत हो गई। मृतक का सिर भी फटा है और शरीर पर 10-12 चोटों के निशान हैं। जहां शव मिला, वहां काफी खून बिखरा पड़ा था।
पिता कुवैत में करते काम
तौफीक के पिता अकबर 9 साल से कुवैत में काम करते हैं। बेटे की हत्या की सूचना मिलते ही वह सउदी में कंपनी के अधिकारियों के पास दौड़े, लेकिन मक्का से जद्दा तक के 6 घंटे के सफर के बाद कोई फ्लाइट न होने की वजह से इंडिया नहीं आ सके। मजबूर पिता ने वीडियो कॉल पर बेटे के जनाजे को देखा। तौफीक अपनी मां और एक छोटी बहन के साथ बांसवाड़ा में रहता था। एक गैराज में काम कर घर चलाने में परिवार को मदद करता था।