उदयपुर/राजस्थान में पहली बार किसी BAP (भारत आदिवासी पार्टी) विधायक को भ्रष्टाचार के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। बांसवाड़ा जिले के बागीदौरा से विधायक जयकृष्ण पटेल को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा।
BAP विधायक पर ACB की बड़ी कार्रवाई
ACB के अनुसार, यह रिश्वत की डील 10 करोड़ से शुरू होकर 2.5 करोड़ तक तय हुई थी, लेकिन ट्रैप के दौरान 20 लाख रुपए लेते ही पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका है।
सांसद मन्नालाल रावत का तीखा बयान
उदयपुर के भाजपा सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा:
“BAP पार्टी का गठन ही झूठ और भ्रष्टाचार की नींव पर हुआ है। यह घटना उस सच्चाई को सामने लाती है, जिसे जनता अब जान रही है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बाप के नेता आदिवासियों के नाम पर केवल अपनी राजनीति चमकाते हैं और डराने-धमकाने की राजनीति करते हैं।
राजकुमार रोत और झारखंड लिंक पर आरोप
रावत ने BAP नेता राजकुमार रोत पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में 20-25 ऐसे लोग हैं जो माहौल को बिगाड़ रहे हैं। झारखंड से आए कुछ लोगों को भी इस साजिश में शामिल बताया गया है। सांसद ने कांकरी डूंगरी की घटना का हवाला देते हुए कहा कि दो निर्दोषों की जान जाने के पीछे भी यही नेटवर्क काम कर रहा था।
जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी के बाद BAP की साख को बड़ा झटका लगा है। सांसद रावत की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में यह मामला केवल कानूनी नहीं, बल्कि राजनीतिक रूप से भी गूंजेगा।