सागवाड़ा। क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत को पंद्रह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक अधिकांश विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध नहीं कराई गई हैं। इससे विद्यालयों में पढ़ाई बाधित हो रही है और विद्यार्थी खाली हाथ स्कूल आ-जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के बच्चों को अब तक कोई भी पूर्ण पाठ्यपुस्तक सेट उपलब्ध नहीं कराया गया है। कुछ विद्यालयों में एक-दो किताबें ही पहुंची हैं, जिनका वितरण अधूरा है। अधिकांश स्कूलों में कक्षा प्रथम से पांचवी तक केवल एक कार्यपुस्तिका ही वितरित की गई है।
स्थिति यह है कि कक्षा 3 के विद्यार्थियों को एक भी किताब अब तक नहीं दी गई, जबकि कक्षा 4 और 5 के विद्यार्थियों को केवल एक-एक किताब ही उपलब्ध कराई गई है। कई स्कूलों में किताबों की खेप पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। वहीं, विद्यार्थियों के अभिभावकों में भी इस देरी को लेकर चिंता बनी हुई है।
पढ़ाई पर पड़ा असर
पाठ्यपुस्तकों की अनुपलब्धता के चलते न सिर्फ शिक्षक नियोजित रूप से कक्षा संचालन नहीं कर पा रहे हैं, बल्कि विद्यार्थियों का सीखने का क्रम भी बाधित हो गया है। शिक्षक केवल मौखिक रूप से या अपने पुराने संसाधनों के आधार पर अध्यापन कर रहे हैं, लेकिन इससे पाठ्यक्रम की प्रगति में बाधा उत्पन्न हो रही है।
सीबीईओ बोले – किताबें आते ही होगा वितरण
इस संबंध में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरेंद्र भट्ट ने बताया कि उच्चाधिकारियों से इस संबंध में बात की गई है। उन्होंने बताया कि किताबें अभी तक ऊपर से नहीं आई हैं। जैसे ही किताबों की आपूर्ति होगी, उन्हें तुरंत विद्यालयों में वितरित किया जाएगा।