बांसवाड़ा संभाग के सबसे बड़े महात्मा गांधी हॉस्पिटल का सांसद राजकुमार रोत ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के बाद सांसद ने कहा कि यहां मरीजों की सुविधा के लिए कुछ भी नहीं है। यह जनजाति क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय है।
बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद राजकुमार रोत ने शुक्रवार को महात्मा गांधी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने कहा- यहां सीटी स्कैन, एक्स रे मशीन समेत कई जांच के लिए इस्तेमाल की जा रही मशीनें सालों पुरानी हैं। इनसे सही उपचार नहीं मिल सकता।
हॉस्पिटल की बिल्डिंग इतनी जर्जर हो चुकी है कि वह कभी भी गिर सकती है। जर्जर इमारत के कारण बड़ा हादसा हो सकता है। सफाई कर्मचारियों के नाम पर बहुत बड़ा भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है।
उन्होंने कहा- कागजों में जो दिखाई दे रहा है उससे बहुत कम सफाई कर्मचारी हॉस्पिटल में कार्य कर रहे हैं। मेरे सामने फर्जी लोगों को सफाई कर्मचारी बात कर पेश किया गया। इसकी जांच कराई जाएगी। संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल होने के बावजूद यहां मरीजों के लिए सुविधाएं नहीं हैं। यह जनजाति क्षेत्र के लोगों के साथ अन्याय है।
बता दें कि हॉस्पिटल में सफाई व्यवस्था के लिए 2 साल के लिए 32 कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से इन्हें 84 लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा है। इसके बावजूद अस्पताल में जगह-जगह गंदगी है।
आरोप है कि अधिकारियों की मिलीभगत के चलते यहां नाममात्र की सफाई हो रही है। कई कर्मचारी कागजों में ही काम कर रहे हैं।