डूंगरपुर/जिला जेल में कैदियों की बढ़ती संख्या से होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए करोड़ों की लागत से नई जेल बनकर तैयार हो गई है। यह जेल बांसवाड़ा संभाग की सबसे बड़ी जेल होगी। जहां 500 से ज्यादा कैदियों को रखने की क्षमता होगी। इसके अलावा जेल स्टाफ के लिए भी अलग से क्वार्टर बनाए गए हैं।
डूंगरपुर जेल के जेलर मुकेश गायरी ने बताया- डूंगरपुर जिला जेल में अभी 70 कैदियों को रखने की क्षमता है, लेकिन जेल में आए दिन 150 से 200 ओर कई बार इससे ज्यादा कैदियों को रखा जाता है। क्षमता से 2 ओर 3 गुना ज्यादा कैदियों को जेल में रखने से कई बार परेशानियां होती हैं। वहीं, कई बार कैदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट करना पड़ता है। ऐसे में दूसरे जिले की जेल में बंद कैदियों को पेशी पर लाने ओर ले जाने में भी दिक्कतें होती हैं। वहीं, महिला जेल के नहीं होने से महिला कैदी को उदयपुर जेल में शिफ्ट करना मजबूरी है।
अब डूंगरपुर में शहर से 5 किमी दूर तिजवड में करोड़ों रुपए की लागत से नई जेल तैयार की गई है। जेलर मुकेश ने बताया कि नवनिर्मित जेल में 50 महिला बंदी समेत 500 बंदियों को रखने की क्षमता है। नई जेल में महिला बैरक, पुरुष बैरक, गार्ड रूम, स्टाफ कवार्टर भी बनाए गए हैं। साथ ही जेल में पानी, बिजली समेत अन्य सुविधाओं का काम अंतिम चरण में है।
नवनिर्मित जेल में सुरक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है। वहीं, पूरी जेल में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं। जेलर मुकेश ने बताया- नई जेल शुरू होने के बाद जेल में बंदियों को विभिन्न रोजगार परक प्रशिक्षण भी दिए जाएंगे।