सागवाड़ा। क्षेत्र में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और नई ग्राम पंचायतों के गठन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मोवाई गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने उपखंड कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन कर अपनी मांगों को बुलंद किया। उन्होंने जिला कलेक्टर, उपखंड अधिकारी, नायब तहसीलदार, विधायक और पूर्व सांसद को ज्ञापन सौंपकर ग्राम पंचायत पुनर्गठन के प्रस्ताव पर कड़ा विरोध जताया।
ग्रामीणों की आपत्ति और मांगें :
ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार ग्राम पंचायतों का पुनर्गठन कर नई ग्राम पंचायतें गठित की जा रही हैं। इसके तहत प्रारंभिक प्रकाशन में ग्राम पंचायत रणोली के अंतर्गत आने वाले राजस्व ग्राम मोवाई और नोगामा को मिलाकर नई ग्राम पंचायत “नौगामा मोवाई” बनाने का प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव पर मोवाई के ग्रामीणों ने घोर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह निर्णय उनकी समस्याओं को ध्यान में रखे बिना लिया गया है।
ग्रामीणों की मांग है कि मोवाई को टिटुवा के साथ जोड़कर पंचायत बनाई जाए, अन्यथा कोकापुर ग्राम पंचायत में जोड़ा जाए। उन्होंने बताया कि ग्राम मोवाई की 30 साल पुरानी पंचायत बनाने की मांग है। गत कांग्रेस सरकार में भी पंचायत प्रस्तावित हुई थी, तब जनसंख्या कम होने से पंचायत नहीं बन पाई।
इस बार जनसंख्या का आंकड़ा 2000 होने पर ग्रामीणों ने बड़े उत्साह से नवीन पंचायत बनाने के लिए ज्ञापन दिए। प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने गांव को अनदेखा कर बिना सहमति के नौगामा के साथ जोड़ा जा रहा है, जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है। यदि ग्राम मोवाई को ग्राम पंचायत नहीं बनाकर नौगामा के साथ जबरदस्ती जोड़ा जाता है तो कानून व्यवस्था बिगड़ने की संभावना है, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।