सागवाड़ा । पुलिस को पीडिता ने 2 अप्रैल को दी एक रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए इंटस्टाग्राम पर पीडिता के फॉटो पोस्ट कर ब्लेकमेल करने वाले रोमियो को ग्वालीयर मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया।
थानाधिकारी मदनलाल खटीक ने बताया कि पीड़िता ने रिपोर्ट देकर बताया कि करीब 2 साल पहले स्नेप चौट से उसकी जान पहचान हरिश गुप्ता पिता लोकेन्द्र गुप्ता निवासी गवालियर मध्यप्रदेश से हुई थी। इसके बाद धीरे धीरे बात करते करते दोनों के बीच प्रेम संबध भी हो गया। फिर दोनो करीब 3 से 4 बार मिले थे जिस दरिम्यान उन्होंने आपसी सहमति से कुछ फोटोग्राफ व विडीयो लिये थे जो हरिश गुप्ता के मोबाईल में सेव थे फिर विगत करीब 1 महिने पूर्व दोनों के बीच अनबन हो गई फिर वह पीड़िता पर दवाब बनाकर पैसो की मांग करने लगा।
उसके साथ शादी करने को लेके दवाब बनाने लगा लेकिन पीड़िता द्वारा मना कर दिया गया कि बच्चे होने की वजह से में आपसे शादी नही कर सकती तो उल्टा वह ज्यादा दवाब बनाने लगा फिर पीड़िता के भाई द्वारा उससे मोबाईल से बात की गई व समझाईश की कि वह पीड़िता से बात नही करे तथा उनके माता पिता से भी बात कर समझाईश की।
लेकिन वह नही माना तथा परेशान करने व बदनाम करने के लिए उसने इन्टाग्राम पर आईडी बनाई और पूर्व मे खिचे गये फोटो एंव विडीयो इन्टाग्राम पर अपलोड कर दिए वही पीड़िता के भाई पर बार बार दवाब बनाता रहा कि वह उससे बात करवा नही तो वह वह और ज्यादा बदनाम कर देगा फिर पीड़िता के भाई द्वारा बात नही करवाई गई तो उसने पीड़िता के रिश्तेदारो को फोटो भेज कर वह बदनाम करने लगा।
रिपोर्ट में पीड़िता ने बताया कि उसने बदनाम करने का दवाब बनाकर, आनलाईन व ऑफलाइन रूपये ले लिये। व उक्त व्यक्ति से जान का खतरा है। हरिश फोटो सभी को सोशल मीडिया के माध्यम से भेजकर मेरी लज्जा भंग कर रहा है। उक्त रिपोर्ट पर पुलिस ने टीम का गठन कर पीडिता के फॉटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर पीडिता की स्त्री लज्जा भंग करने वाले अभियुक्त हरीश पिता लोकेन्द्र गुप्ता निवासी संजय जाधवकर मकान पटिया वाला मोहल्ला देवी की चक्की के सामने सिकन्दरा कम्पु लश्कर ग्वालीयर हाल सुभाष नगर दानावली पुलिस थाना कोतवाली जिला ग्वालीयर को ग्वालीयर मध्य प्रदेश से डिटेन कर थाने पर लाकर अनुसंधान कर गिरफ्तार किया गया।
पीडिता के फॉटो पोस्ट करने में प्रयुक्त मोबाईल फोन को अभियुक्त कब्जे से जब्त किया। न्यायालय में पेश किया गया जहा से अभियुक्त को न्यायिक अभिरक्षा मे भेज दिया गया। सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम में एएसआई हरि सिंह, कांस्टेबल चंद्रपाल व कांस्टेबल दिलवर शामिल थे।