जयपुर। कर्नाटक में नई सरकार ने शपथ ले ली है। मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया ने शपथ ली जबकि डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री बने। राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई। इस कार्यक्रम में पूरी कांग्रेस मजबूती के साथ खड़ी नजर आई, साथ ही मंच से विपक्षी एकता भी दिखाने की कोशिश की गई। हालांकि कांग्रेस का एक चेहरा इस पूरे कार्यक्रम से नदारद रहा।
दरअसल राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर्नाटक में नई सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक दिन पहले ही बेंगलुरु पहुंच गए थे और उन्होंने इस शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु भी शामिल हुए। राहुल और प्रियंका गांधी से लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मालिकार्जुन खड़गे समेत कई बड़े नेता इस कार्यक्रम में पहुंचे।
सचिन पायलट ने बनाई कार्यक्रम से दूरी
हालांकि इस कार्यक्रम से राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दूरी बनाई रखी, सचिन पायलट का इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचना भी चर्चा का विषय बना रहा। सियासी हलकों में कहा जा रहा है कि सचिन पायलट ने कार्यक्रम में ना जाकर कांग्रेस आलाकमान को सियासी संदेश दिया है। पिछले दिनों सचिन पायलट अपनी ही सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपना चुके हैं।
इससे पहले ट्वीट करके दी थी बधाई
इससे पहले सचिन पायलट ने सिद्धारमैया को कर्नाटक के मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री के रूप में मनोनीत किए जाने पर शुभकामनाएं और बधाई दी थी। सचिन पायलट ने कहा था कि आपके कुशल नेतृत्व में कर्नाटक के विकास को एक नई दिशा और गति मिलेगी ऐसी मेरी कामना है।