तालाब किनारे बसा प्राचीन श्री गणपति मंदिर बना आस्था का केंद्र

सागवाड़ा। गोरेश्वर मार्ग पर नाहरपुरा तालाब के किनारे स्थित लिमड़ी के श्री गणपति मंदिर को गणेशोत्सव के तहत सजाया एवं संवारा जा रहा है। मंदिर की देखरेख कर रहे लिमड़ी के बालकृष्ण त्रिवेदी, रमेश जोशी व हितेश, मनीष पाटीदार ने बताया कि मंदिर की वर्ष पर्यन्त पूजा अर्चना सेवक मोहनलाल ओर से की जाती है।

मंदिर में प्रतिदिन वाघा, पूजा पाठ एवं आरती की जाती है। श्री गणपति मंदिर के नाहरपुरा तालाब के किनारे बना होने से यह मंदिर खुबसुरत नजर आता है। प्रत्येक बुधवार को श्रद्धालु की भीड़ रहती है तथा गणेशोत्सव में भारी भीड़ जमा हो जाती है। जोशी ने बताया कि पूर्व में मंदिर के स्थान पर छोटी से डेरी थी।

वणोरी, लिमड़ी एवं नाहरपुरा तथा अन्य स्थानों के श्रद्धालुओं के सहयोग मंदिर का जीर्णोंद्धार किया गया। रोजाना श्रद्धालुओं की संया में बढ़ावा हो रहा है। यहां पर भगवान गणेश की प्रतिमा करीब दो सो साल पुरानी है। श्रद्धालुओं की ओर से बैठने के लिए बेंचों की व्यवस्था की गई है वहीं मंदिर कमेटी की ओर से पीने के पानी की व्यवस्था की गई है। गणेशात्सव में दस दिन तक श्रद्धालुओं पैदल चलकर सुबह से लेकर देर रात तक दर्शन के लिए आते है।

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