डूंगरपुर/धंबोला थाना पुलिस ने फर्जी दवाखाना खोलकर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले आरोपी झोलाछाप को गिरफ्तार कर लिया है। 10वीं पास झोलाछाप के क्लिनिक में ऐलोपैथिक दवाइयां भी मिली हैं। पुलिस मामले में आरोपी से पूछताछ कर रही है।
धंबोला थानाधिकारी तेजसिंह ने बताया कि 9 अप्रैल को सीमलवाड़ा बीसीएमओ डॉ. नरेंद्र प्रसाद प्रजापति ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें बताया कि बांसिया में बॉस क्लिनिक पर छापेमारी की गई है। चाडोली में भी नीम हकीम के दवाखाने पर दबिश दी। दोनों ने क्लिनिक में मरीजों को भर्ती करने से लेकर ऐलोपैथिक इलाज का पूरा इंतजाम कर रखा था। छापेमारी ने क्लिनिक से भारी मात्रा में ऐलोपैथिक दवाइयां भी मिली हैं।
दवाखाने में मरीजों का इलाज कर रहा गोर बॉस खुद को डॉक्टर बताकर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा था। दवाखाना चलाने या मरीजों के इलाज करने की कोई डिग्री नहीं मिली थी। चाडोली में दवाखाना चला रहा झोलाछाप फरार हो गया। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों ही फर्जी दवाखाने को सील कर दिया है। पुलिस ने मामले में आरोपी झोलाछाप गोर बॉस को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।