सागवाड़ा/निकटवर्ती कोकापुर गांव में होलिका दहन के दूसरे दिन नंगे पैर दहकते अंगारों पर चलने की अनूठी परंपरा का पूरी श्रद्धा के साथ निर्वहन हुआ।
कोकापूर गांव के मुख्य चौराहे पर सोमवार सुबह 5 बजे ढोल नगाड़ों के साथ ग्रामीण होली चौक पर पहुंचे जहां होली माता की पूजा अर्चना कर जयकारों के साथ एक एक कर होली के जलते अंगारों पर चलते गए। ग्रामीण देवीलाल पाटीदार, रमेश मीणा, कांतिपुरी गोस्वामी, कनिश भट्ट, हित भट्ट, कुश गोस्वामी, शिवराम पाटीदार, सहित कई युवा होली माता के जयकारे लगाते हुए ढोल की थाप पर दहकते अंगारों पर नंगे पैर चले।
ग्रामीणों का कहना है की उन्हे किसी प्रकार की जलन नही होती और लगता है जैसे फूलो पर चल रहे है साथ ही उनका मानना है कि वर्षो से चली आ रही इस इस परंपरा का श्रद्धा से निर्वाहन करने पर गांव में सुख समृद्धि और शांति बनी रहती है और गांव पर पूरे वर्ष किसी प्रकार का संकट नही आता।
इस अनूठी परंपरा में अब युवा भी उत्साह से भाग लेने लगे है। इस मौके पर शिवराम पाटीदार, कुशल सेवक, भवानी सुथार सहित कोकपुर व आस पास के कई गांवों के ग्रामीण मौजूद रहें।