‘पाक के सारे ड्रोन तबाह; 100 आतंकी और 40 सैन्यकर्मी मारे गए’, पढ़ें सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 10 बड़ी बातें

सीजफायर होने के महज तीन घंटे बाद सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमले कर संघर्षविराम तोड़ा। भारत ने सभी ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया। भारतीय सेनाओं ने संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेस की। इसमें ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बताया कि हमने तीन बड़े आतंकियों समेत 100 से अधिक आतंकी मारे। साथ पाकिस्‍तान को चेतावनी भी दी। सेना की संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेस की बड़ी बातें यहां पढ़ें…



नई दिल्‍ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के आधिकारिक एलान के तीन घंटे बाद ही जम्‍मू-कश्‍मीर और पंजाब के कई क्षेत्रों में ड्रोन उड़ते नजर आए। धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। पाकिस्‍तान की ओर से सीजफायर तोड़ने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ा रुख अपनाया। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने भारतीय सेना को पाकिस्‍तान की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सख्‍त कदम उठाने की आदेश दिए।

भारत और पाकिस्‍तान के सीजफायर होने के अगले दिन यानी रविवार को भारत की तीनों सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें डायरेक्‍टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडिया को दी। सेना की संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की बड़ी बातें, यहां पढ़ें…

तीन बड़े समेत 100 आतंकिया का खात्‍मा
संयुक्‍त प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया,  आप सभी को पता है कि पहलगाम आतंकी अटैक में किस क्रूरता से 26 लोगों की हत्‍या की गई थी। ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों और आतंकवाद के साजिशकर्ताओं का मारने और आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए किया गया था।

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पाक के सारे ड्रोन तबाह

ऑपरेशन सिंदूर में हमने सीमा पार आतंकी ठिकानों को पहचाना। ये एक बड़ी मुश्किल थी, क्‍योंकि हमारे एक्‍शन का डर से कई ठिकाने पहले ही खाली करवा दिए गए थे। इसके बावजूद हमने तीन बड़े आतंकवादी मुदस्‍सर खास, हाफिज जमील और युसुफ अजहर समेत 100 से ज्‍यादा आतंकियों को मारा। ये आतंकी पुलवामा अटैक और IC 814 हाइजैक में शामिल थे।

ऑपरेशन सिंदूर: सिर्फ आतंकी ठिकानों पर हमले

लेफ्टिनेंट जनरल घई ने स्‍पष्‍ट किया कि हमने पहलगाम आतंकी हमले को बाद ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ और सिर्फ आतंकवादियों को ठिकानों को ही तबाह किया है। एजेंसियों के जरिए आतंकी ठिकानों की पहचान की। इनमें मुरीदके लश्‍कर का मुख्‍यालय भी शामिल था। ताज हमले के मुख्‍य आरोपी अजमल कसाब और डेविड हेडली यहीं ट्रेनिंग ली थी। हमने पाकिस्तानी सेना, नागरिक अथवा किसी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर हमला नहीं किया।

पाकिस्‍तान में नौ आतंकी कैंप तबाह किए

एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उन्‍होंने हमारे पास कोई और रास्‍ता नहीं छोड़ा था। इसके बाद बहुत सोच-समझकर टारगेट का चयन किया था। नौ में से छह टारगेट पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और तीन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में थे। आतंकी कैंप हमने एयर टू सरफेस तरीके इनको टारगेट किया ताकि कोलैटरल डैमेज को कम किया जा सके।

पाकिस्‍तान ने किया ड्रोन और UAV से हमला

एयर मार्शल भारती ने बताया कि 7 मई की रात सीमा पार से यूीएवी और ड्रोन से जम्‍मू-कश्‍मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्‍थान के कई शहरों पर हमले किए किए। ड्रोन और UAV की लहर सी आई। एयर डिफेंस सिस्‍टम से हमारे ट्रेंड क्रू ने सबको हवा में खत्‍म कर दिया। सिर्फ तीन लैंड कर पाए। हालांकि, इसमें हमें नुकसान नहीं हुआ।

एयर मार्शल भारती के मुताबिक, उसी रात हमने जवाबी कार्रवाई में उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हम उन्हें यह मैसेज देना चाहते थे कि उनके सैन्‍य ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे।

एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती

 

पाकिस्‍तान एयरबेस और एयर कमांड सिस्‍टम तबाह किया

एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि  8 और 9 मई की शाम से ही भारत के कई सीमावर्ती शहरों पर ड्रोन और मानवरहित हवाई विमान से बड़े पैमाने पर हमला हुआ। ये हमले श्रीनगर से शुरू होकर नलिया तक हुए। जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी और फलौदी को निशाना बनाया।

पाकिस्तान की ओर से एयरबेस, चेक पोस्‍ट, एयरपोर्ट, गुरुद्वारा और यूनिवर्सिटी समेत कई सिविल इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाया गया। हम तैयार थे। हमारी हवाई रक्षा तैयारियों से सुनिश्चित हुआ किया कि जमीन पर दुश्‍मन द्वारा टारगेट किए गए किसी भी ठिकाने को नुकसान न पहुंचे। उनके लगातार हमलों से हमारी जमीन पर कोई नुकसान नहीं हुआ।

पाक के सारे ड्रोन तबाह

जवाबी कार्रवाई में नागरिक विमानों सेफ्टी का रखा ख्‍याल 

एयर मार्शल भारती कहा कि फिर हमने जवाबी कार्रवाई में वहां अटैक किया, जहां दुश्मन को सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम और मिलिट्री एयरबेस को टारगेट किया। चकलाला, रफीकी और रहरयार खान में अटैक किया। हमने एक बार लाहौर और गुजरांवाला में सैन्य प्रतिष्ठानों, निगरानी रडार साइटों को निशाना बनाया।

उन्‍होंने बताया कि ड्रोन हमले सुबह तक होते रहे, जिनका हमने मुकाबला किया। ये ड्रोन हमले लाहौर के नजदीक कहीं से किए जा रहे थे। हमारा सीमावर्ती एयरस्‍पेस बंद था, जबकि दुश्मन ने अपने नागरिक विमानों को भी लाहौर से उड़ान भरने की अनुमति दी थी, न केवल उनके अपने विमान बल्कि अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान भी उड़ान भर रहे थे। इसलिए हमने नागरिक विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए संतुलित और संयमित प्रतिकिया दी।

हमने उनको साफ-साफ बता दिया कि आक्रामकता को न माफ किया जाएगा न बर्दाशत। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को तबाह करने की  क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे दुश्‍मन आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें।

40 पाकिस्तानी जवान मारे गए

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि कुछ हवाई क्षेत्रों और डंपों पर हवा से बार-बार हमले हुए। सभी को विफल कर दिया गया। घई ने बताया कि 7 से 10 मई के बीच नियंत्रण रेखा पर तोपखाने और छोटे हथियारों से गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के लगभग 35 से 40 जवान मारे गए हैं।

गड़बडी की तो खैर नहीं..  हर मूवमेंट पर हमारी नजर

एयर मार्शल भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिर स्‍पष्‍ट किया किया कि हमारी लड़ाई पाकिस्तानी सेना या किसी और से नहीं है। हमारी लड़ाई सिर्फ आतंकवादियों से है। हमने सिर्फ आतंकवादियों को ही निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने ड्रोन और यूएवी से अटैक किया।

इसके बाद हमारे पास उनको जवाब देने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। हम उनको मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रखते हैं। पहलगाम आतंकी हमले के बाद अरब सागर में कई ड्रिल की। हम अपनी तैयारी परख रहे थे। नौसेना ने पाकिस्तानी नौसेना पर लगातार निगरानी रखी। हम उनकी हर एक लोकेशन और मूवमेंट से वाकिफ थे। इसलिए कोई गलती न करें।

पाक के सारे ड्रोन तबाह

भारत ने कैसे मजबूत की सुरक्षा?

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा कि जमीन पर हमने भारतीय वायुसेना के साथ एक एकीकृत ग्रिड स्थापित करने के लिए वायु रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक युद्धक परिसंपत्तियों की तैनाती जैसे कुछ उपाय किए हैं।

आपमें से कुछ लोगों को हवाई घुसपैठ को नकारने और उसका मुकाबला करने के लिए इस तरह की संरचना के लाभों के बारे में बहुत कुछ कहते और सुनते देखा है। हमने भूमि, समुद्र और वायु क्षेत्रों में अपने बलों की आवाजाही को शामिल करने के लिए तैनाती भी की।

जनरल घई ने बताया कि 9 और 10 मई की रात को ड्रोन और विमानों द्वारा इसी तरह की घुसपैठ देखी गई और इस बार हवाई क्षेत्रों और कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण रसद प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का एक ठोस प्रयास किया गया, हालांकि एक बार फिर असफल रहा और एकीकृत भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना की वायु रक्षा द्वारा बहादुरी और कुशलता से इसे नाकाम किया गया।

हमारे सभी पायलट सुरक्षित: DGMO

DGMO राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्‍तान से तनाव के बीच हमारे सभी पायलट सुरक्षित हैं। अगर पाकिस्तान दुस्साहस करेगा तो पता ही है कि हम क्या करेंगे। वहीं नेवी डीजी प्रमोद ने कहा कि पहलगाम हमले के 96 घंटे के भीतर नौसेना तैयार थी।

सीजफायर कैसे हुआ?

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि 10 मई की सुबह जब हम पिछली रात की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए एक साथ बैठक कर रहे थे, तभी मुझे पाकिस्तान में अपने समकक्ष से हॉटलाइन पर संदेश मिला। संदेश में उन्‍होंने मुझसे बातचीत करने की इच्छा जाहिर की थी।

हमारा मकसद आतंकियों का खात्‍मा करना था। हमने 7 मई को आतंकी ठिकाने तबाह किए। इसके बाद के दिनों में हमारी सभी कार्रवाई पाकिस्तान वायु सेना और उसकी सेना की ओर से घुसपैठ और उल्लंघन के जवाब में थी, इसलिए यह फैसला लिया गया कि मैं अपने समकक्ष से बात करूंगा। कल दोपहर साढ़े तीन बजे पाकिस्तान के डीजीएमओ से मेरी बातचीत हुई और इसके परिणामस्वरूप 10 मई को शाम 5 बजे से दोनों पक्षों द्वारा सीमा पार से गोलीबारी और हवाई घुसपैठ बंद हो गई। – लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, DGMO

पाक के सारे ड्रोन तबाह

सीजफायर तोड़ा तो मिलेगा मुंहतोड़ जवाब : भारती

एयरमार्शल भारती ने कहा कि मुझे 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने कॉल किया था। पाकिस्तान के डीजीएमओ से 10 मई को दोपहर 3.30 बजे बातचीत हुई। इस फैसला लिया गया कि 7 बजे के बाद से कोई अटैक नहीं किया जाएगा। कुछ ही घंटों बाद ही उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की।

भारती ने बताया कि आज सुबह भी पाक डीजीएमओ से बातचीत हुई। कल यानी 12 मई को फिर बातचीत होगी। हमने पाकिस्‍तानी डीजीएमओ को मैसेज दिया कि हमने हम पर हुए अटैक का जवाब दिया है। अगर आज रात भी ऐसा हुआ तो हम जवाब देंगे। हमारे आर्मी चीफ ने हमें जवाब देने के लिए पूरी अथॉरिटी दी है।

हमारे पांच जवान शहीद

लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि हमारे पांच जवान शहीद हो गए। उन्हें हम श्रद्धांजलि देते हैं। हमने तनाव बढ़ाने वाली कोई प्रतिक्रिया नहीं की, लेकिन अगर हमारी संप्रभुता और अखंडता पर हमला किया गया तो इसका निर्णायक जवाब देंगे।

Source: By Jagran

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