सागवाड़ा। मौसम परिवर्तन के चलते अब बीमारियों ने लोगों को जकड़ना शुरू कर दिया है। खांसी व जुकाम के अलावा लोग बुखार से पीड़ित होने लगे हैं। निजी व राजकीय चिकित्सालय में ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
चिकित्सकों के अनुसार एसी, कूलर की हवा, फ्रिज का पानी व जंक फूड बीमारी का मुख्य कारण है। अक्टूबर के शुरुआत में दिन में जहां गर्मी और रात को हल्की ठंड महसूस होने लगी है। दिन-रात के तापमान में अंतर होने से लोगों को बीमारियां भी घेरने लगी हैं। यहां लोग खांसी, जुकाम व बुखार से ग्रस्त होने लगे हैं। जिससे सरकारी व निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। राजकीय अस्पताल में पहले जो ओपीडी 300 से 400 तक थी, वह बढ़कर अब 600 हो गई है। लोग प्रतिदिन खांसी, जुकाम व बुखार की शिकायत के साथ अस्पताल में आ रहे हैं। वायरल बुखार का भी असर अधिक होने लगा है। निजी अस्पतालों व क्लिनिको पर भी मरीजों की भरमार होने लगी है।
बुखार के रोगी अधिक:
चिकित्सकों के अनुसार, मौसम परिवर्तन के बाद भी लोग एसी व कूलर की हवा ले रहे हैं, साथ ही जंक फूड का इस्तेमाल अधिक हो रहा है। इससे गले में खराश, खांसी, जुकाम व बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। 60 से 70 फीसदी मरीज बुखार के आ रहे हैं और उनके शरीर में कमजोरी भी आ रही है।
मौसम परिवर्तन के दौरान अक्सर खांसी, जुकाम व बुखार की शिकायतें आती हैं। लोग अपनी सेहत का ख्याल रखें और अगर बुखार या खांसी जुकाम होता है तो चिकित्सकों से परामर्श अवश्य लें। एसी व कूलर का प्रयोग बंद कर दे और फ्रिज का पानी भी न पीएं।
डॉ. राजाराम मीणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, राजकीय उपजिला चिकित्सालय, सागवाड़ा