Banswara News : पड़ोस में रहने वाले 2 से 10 साल के बच्चे डॉक्टर-डॉक्टर खेल रहे थे। रिश्ते में काका लगने वाले 10 साल के बच्चे ने डॉक्टर बनकर 2 से 5 साल की चार भतीजियों को कपास में छिड़ने वाली दवा पिला दी। कीटनाशक पीने के बाद बच्चियों की तबीयत बिगड़ गई। वे उल्टियां करने लगीं। परिजन उन्हें हॉस्पिटल लेकर भागे। फिलहाल चारों की हालत खतरे से बाहर है।
मामला बांसवाड़ा जिले के दानपुर थाना इलाके के खजूरी गांव का है। घटना सोमवार शाम 4 से 5 बजे के बीच हुई। बांसवाड़ा के एमजी हॉस्पिटल में बच्चियों को शाम 7 बजे के करीब लाया गया। मंगलवार सुबह बच्चियों की हालत खतरे से बाहर है, हालांकि इलाज जारी है।
पड़ोस में रहने वाले 5 बच्चे खेल रहे थे
बांसवाड़ा डीएसपी गोपीचंद मीणा सूचना पर एमजी हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने कहा- खजूरी गांव की चार बच्चियों को हॉस्पिटल लाया गया है। परिजन बता रहे हैं कि बच्चियों ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। लग रहा है कि छोटे बच्चों ने खेल-खेल में यह किया। अभी तबीयत ठीक लग रही है।
खजूरी गांव निवासी रिश्तेदार रकम चंद ने बताया- सोमवार शाम गांव में पड़ोस में रहने वाली 4 बच्चियां संजा (3) पुत्री सोहन, मनीषा (2) पुत्री आदेश, रानू (3) पुत्री रामू और माया (5) पुत्री राजू और एक बच्चा (जो इन बच्चियों का रिश्ते में काका लगता है) खेल रहे थे। अचानक बच्चियों को उल्टियां होने लगी। कुछ समझ में ही नहीं आया था कि आखिर चारों को एक साथ क्या हो गया।
घरेलू उपचार किया लेकिन हालत बिगड़ती गई। इसके बाद चारों बच्चियों को नजदीकी दानपुर सीएचसी लेकर गए। यहां डॉक्टर ने बताया कि बच्चियों ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। इसके बाद चारों बच्चियों को बांसवाड़ा के महात्मा गांधी हॉस्पिटल रेफर किया गया।
घटना के बाद सहमा परिवार
बच्चियों की हालत खराब होने के बाद चारों के परिवार में खलबली मच गई। संजा, मनीषा, रानू और माया का इलाज बांसवाड़ा के जिला हॉस्पिटल में जारी है। बच्चियों से डॉक्टर ने बात की तो बताया कि खेल-खेल में पड़ोस में रहने वाले 10 साल के बच्चे ने उन्हें दवा पिलाई थी। बच्चा डॉक्टर बना था और बच्चियां मरीज बनी थी। खेल में बच्चा बच्चियों का इलाज कर रहा था।
इस दौरान बच्चा घर में रखी कपास में डालने वाला कीटनाशक उठा लाया और चारों बच्चियों को ढक्कन में लेकर दवा पिला दी।
स्कूल से आया और बच्चियों के साथ खेलने लगा
खजूरी निवासी रकमचंद व साथ में आई महिलाओं ने बताया- बच्चियां घर के बाहर खेल रही थीं। इन्हीं में से एक परिवार का 10 साल का बच्चा स्कूल से आया था। बच्चियों को खेलता देख वह भी साथ खेलने लगा। इसके बाद सभी बच्चे डॉक्टर का खेल खेलने लगे।
महात्मा गांधी हॉस्पिलट की एमओ डॉ. सुनीता गरासिया ने बताया- बच्चियों को दानपुर से रेफर किया गया था। सभी को तुरंत गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती किया गया। कोशिश है कि सभी बच्चियां पूरी तरह स्वस्थ हो जाएं। फिलहाल मंगलवार सुबह हालत खतरे से बाहर है।