सागवाड़ा। पर्यूषण पर्व की समाप्ति पर दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में शनिवार शाम करीब 4.55 पर काष्ठ निर्मित रजत आभूषणों व छत्रों से सजे रथ में भगवान की प्रतिमा को बिराजीत कर जयकारो के बीच शोभायात्रा के साथ दो दिवसीय रथोत्सव शुरू हुआ। रथ यात्रा को देखने सैकड़ों लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। रविवार को दो अलग-अलग मंदिरो से रथ निकलेंगे, जिनका मसाणिया तालाब के किनारे रात 8.15 बजे मिलन होगा व देर रात करीब 12 बजे के बाद मंदिर में भण्डारा होगा।
शाम करीब 4.45 बजे नगर के सेठों के मंदिर से भगवान की प्रतिमाओं पर अष्टद्रव्य समर्पित किया गया। जिसके बाद भगवान के जयकारों के साथ सेठों के मंदिर से पारंपरिक तरीके व विधिविधान के साथ रथोत्सव मेले का आगाज हुआ। सेठों के मंदिर के रथ को रजत छत्रों, श्रीफल, ऋतुफल व फुलमालाओं से सजाया गया। सजे धजे रथ को शोभायात्रा के रूप में कंधों पर धारण कर बैण्ड बाजों व वाद्ययंत्रों की धून पर कंसारा चौक, पार्श्वनाथ चौक, पीपली चौक, पोल का कोठा होते हुए देर रात मसानिया तालाब के किनारे ले जाया गया। जहां समाजजनों द्वारा रथ की पूजा अर्चना व आरती उतारी गई। रथ यात्रा पून: देर रात मसानिया तालाब से निर्धारित मार्गो से होती हुई सेठों के मंदिर पहुंची जहां पारंपरिक तरिके से भण्डारण किया गया। रथ की शोभायात्रा के दौरान रथ के आगे आगे तुरई, ढोल व विविध पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर मधुर धून बजाई जा रही थी। वहीं उसके पिछे श्रद्धालु धर्मध्वजाएं लिए चल रहे थे। रथयात्रा के पार्श्वनाथ चौक व माण्डवी चौक पहुंचने पर समाज की महिलाओं ने आर्केस्ट्रा पर गरबा रास, भुलमणी व पाट खेला।
रथोत्सव को लेकर नगर के सभी जिनालयों व पार्श्वनाथ चौक एवं मुख्य मार्ग को रंगीन पन्नीयों व विद्युत सज्जा से सजाया गया है। इस अवसर पर जैन समाज के सेठ महेश कुमार नोगामीया,18 हजार दशा हुमड समाज अध्यक्ष दिनेश खोडनिया, चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष पवन कुमार गोवाडिया, न.पा.अध्यक्ष नरेन्द्र खोडनिया, पूर्व ट्रस्टी अश्विन बोबडा,प्रदीप दोसी,बदामीलाल मेहता,मोहनलाल मेहता,शरद बोबडा,कीर्ति कुमार शाह, केसरीमल शाह,प्राशु शाह,बदामीलाल मेहता,भावेश गांधी, विजय कुमार जैन, कन्हैयालाल मेहता,राजु भाई डेचिया,भाविक शाह, डॉ.विनय कुमार जैन, बदामीलाल खोडनिया,सन्तोष खोडनिया,डॉ.विपीन जैन, विरेन्द्र गोवाडीया ,वैभव गोवाडीया,प्रतिक शाह,हेमन्त शाह सहित सेकडो महिला व पुरूष उपस्थित थे। शनिवार रात भर और रविवार को सुबह से देर रात तक मेला चलेगा। रविवार रात करीब 8.15 पर नगर के मसाणिया तालाब के ओटे के पास दो रथो का मिलन होगा जिसें निहारने राजस्थान, मध्यप्रदेश व गुजरात के भी भक्त लोग उपस्थित होते है।
दो दिवसीय मेले को लेकर लगी दुकाने, उमडी भीड़:
जैन समाज के दो दिवसीय रथोत्सव को लेकर मध्यप्रदेश रतलाम,गुजरात एवं उदयपुर सहित आस-पास के दुकानदार दुकाने लगाने नगर में पहुचे। जिन्होने, श्रंगार, खिलोने व घरेलू सामग्री की दुकान रोड के कि नारे बंद दुकानो के सामने लगा कर व्यापार प्रारम्भ कर दिया। वही खरीददारों की भारी भीड लगी रही होटल व्यापारियो द्वारा दिन भर मुख्य रूप से जलेबी व नास्ता चालु रखा जो दिन रात चलता रहेगा। प्रति वर्ष मेले में लोगो की बढती भीड को देखते हुए दुकानदारो का भी अधिक आने का दौर चल रहा है। मेले में नये एवं पुरानी मिट्टटी,बास सहित विभिन्न प्रकार के फुलो की दुकाने अधिक मात्रा में लगी है साथ ही बांसुरी व बाजो की धुन दिन भर सुनने को मिल रही है।
भीड़ इतनी है कि नगर के रोड सकडे हो गये है। दो पहिया वाहनो का निकलना भी दूभर हो गया है। पुलिस की गाडी को भी निकलने में बडी मश्कत करनी पड रही है। मुख्य मेले को लेकर मांड़वी चौक, पिपली चौक, पोल का कोठा में बच्चों के खिलौने के साथ ही घरेलू उपयोग के मिट्टी के बर्तन तथा चीनी मिट्टी के बर्तन, सजावटी सामान की दूकानें सज गई। बच्चों के आकर्षण का केन्द्र प्लास्टिक के खिलोने, पूंगियां, बांसुरी, आकर्षक टोपी तथा गुब्बारे रहे। मुख्य मेले के तहत गोल चौराहे से लेकर माण्डवी चौक तक तथा पोल का कोठा से माण्डवी चौक तक दुकाने लग गई हैं। गुलदस्ते, चमड़े के जुते, पत्थर के बर्तन, लकड़ी के खिलोने तथा मिट्टी से बने रसोई के बर्तन आकर्षण का केन्द्र बने रहे।
दो स्थानों पर हुआ विशाल गरबा रास:
रथोत्सव को लेकर निकाली गई रथो की शोभायात्रा के दौरान जैन समाज के महिला पुरूषों ने माण्डवी चौक व पार्श्वनाथ चौक पर जम कर गरबा रास व पाट खेला। सजी धजी महिलाएं जोड़ी बना कर आर्केस्ट्रा की धून पर डाण्डियों की खनक के साथ थिरक रही थी तो पुरूष भी उमंग व उत्साह के साथ पाट व गरबा रास खेल रहे थे। वहीं युवक युवतियां भी नवीन परिधान में हर्षोल्लास के साथ गरबा रास का आनंद ले रहे थे।
मेंलार्थीयों ने खुब उठाया मेले का आनंद
सकल दिगम्बर समाज द्वारा आयोजित दो दिवसीय रथोत्सव मेले को लेकर ग्रामीण मेलार्थियों ने शनिवार दिन व देर रात्री तक मेले एवं बाजार की दुकानो से गरमा-गरम पकौडे,जलेबी का खुब जमकर आनंद उठाया वही प्लास्टिक,मिट्टी के बर्तन की भी जमकर खरीददारी की गई। । नगर के जूना मंदिर से पुराना बस स्टेण्ड चौराहे पर दिनभर मेलार्थियों का तांता लगा रहा। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने सौन्दर्य प्रसाधन के साथ साथ प्लास्टिक व मिट्टी के बर्तनों को खरीदने में रूझान दिखाया। सौन्दर्य प्रसाधन व मिट्टी के बर्तन बेचने वाले व्यापारियों के इर्द गिर्द दिन भर खरीददारों की भीड़ जुटी रही।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात:
पुलिस अधिकारी सहित कई जवानो का जाब्ता सुरक्षा में तैनात रहा। दो दिवसीय रथोत्सव मेले को लेकर पुलिस प्रशासन ने उपअधीक्षक विक्रम सिंह के निर्देश व थाना प्रभारी हरेन्द्रसिंह सौढ़ा के मार्ग दर्शन में कड़े सुरक्षा इंतजाम किए है। थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार रथोत्सव मेले को लेकर सुरक्षा व कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए थाने से तीन एसआई,एएसआई,तीन हेड,पुलिस कानि. सहित होमगार्ड जाब्ता नगर के पुराना बस स्टेण्ड,महिपाल विद्यालय खेल मैदान,माण्डवी चौक,बैक तिराह,कंसारा चौक,पोलका कोठा,पिपली चौक,मसाणिया तालाब चौक,रोडवेज बस स्टेण्ड,पेट्रोल पम्प,दोनो रथो के साथ सहित विभिन्न स्थानों पर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा की दृष्टि से जवान तैनात किए गये। लोगो की अपार संख्या को देखते हुए तीन पहीया व चार पहीया वाहनो को बाई पास से नगर प्रवेश की व्यवस्था की गई थी। अपार भीड़ का आलम यह था की पुलिस की जीप भी गस्त के लिए नगर में जाना संम्भव नही हो रही थी थाने से नगर के अन्दर जूना मंदिर तक जाने में करीब तीन घण्टे का समय लग जाता था वही दिन भर बाजार में दो पहिया वाहनो के हार्न एवं बाजार में विक्रय हो रही बंशी, बाजे की आवाज व आदिवासी महिलाओं के झुण्ड द्वारा गाये जा रहे गीतो की धुन ही सुनाई दे रही थी।