डूंगरपुर/रेप के बाद प्रेग्नेंट हुई 2 नाबालिग लड़कियों का कोर्ट की इजाजत के बाद सुरक्षित अबॉर्शन करवाया गया। दोनों नाबालिग 7 से 8 सप्ताह की प्रेग्नेंट थी। अबॉर्शन के बाद दोनों नाबालिग की सेहत अच्छी है। वहीं, डॉक्टरों की टीम के साथ परिवार के लोग देखभाल कर रहे हैं। मामला डूंगरपुर जिले का है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुलदीप सूत्रकार ने बताया- 2 अलग-अलग थाना इलाकों में नाबालिग लड़कियों के साथ रेप की घटना हुई थी। रेप की वजह से दोनों नाबालिग प्रेग्नेंट हो गई। रेप का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच की कार्रवाई शुरू कर दी थी। वहीं, रेप की वजह से एक नाबालिग 7 सप्ताह और दूसरी 8 सप्ताह की प्रेग्नेंट हो गई।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सामने दोनों नाबालिग के प्रेग्नेंट होने की रिपोर्ट प्राप्त हुई। इस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सुनील कुमार पंचोली ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों नाबालिग और उसके माता-पिता की काउंसलिंग करने के निर्देश दिए। इसके बाद काउंसलर के माध्यम से दोनों नाबालिग और उसने परिजनों से बात की गई। परिजनों ने बेटियां नाबालिग होने के साथ ही उनके भविष्य और स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए अबॉर्शन करवाने की परमिशन मांगी।
अबॉर्शन के बाद दोनों नाबालिग का स्वास्थ्य ठीक
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सामने मामला आने के बाद कोर्ट ने पीड़ित प्रतिकर स्कीम का लाभ दिलाते हुए दोनों नाबालिग लड़कियों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के आदेश दिए। कोर्ट ने दोनों नाबालिग को अबॉर्शन करवाने की परमिशन भी दे दी। इसके बाद डॉक्टरों की ओर से दोनों के स्वास्थ्य की जांच की गई। जांच के बाद दोनों नाबालिग गर्भवतियों का सुरक्षित अबॉर्शन करवाया गया। इसके बाद दोनों नाबालिग की सेहत ठीक है। वहीं, नाबालिग रेप पीड़िता के साथ ही परिजनों ने भी राहत की सांस ली।
कोर्ट ने कहा- ऐसे अपराधों को छुपाएं नहीं
कोर्ट ने इस प्रकार के गंभीर प्रवृत्ति के अपराधों में लोगों से लोक लाज के भय से उन्हें नहीं छुपाने और नीम हकीमों से इलाज नहीं लेने की सलाह दी है। कोर्ट ने नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने के साथ ही डॉक्टरों से इलाज करवाने और काउंसलिंग की अपील की है।