आसपुर ब्लॉक के राउमावि बनकोड़ा में एक शिक्षक द्वारा कक्षा 7 व 10 वी की नाबालिग लड़कियों से अश्लील हरकते, छेड़खानी की शिकायत के पांच माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होना शिक्षा विभाग पर सवालिया निशान लगा रहा है।
इस मामले को लेकर जब सीडीइओ डूंगरपुर से बात की गई तो बताया कि रिपोर्ट आगे भेज दी है और उदयपुर के संयुक्त निदेशक से बात की तो बताया कि मेरे ज्वाॅइनिंग के दो माह में तो कोई रिपोर्ट नहीं आई और आगे तीन माह पहले भी कोई शिकायती रिपोर्ट सीडीईओ डूंगरपुर से नहीं आई है। ऐसा माना जा रहा है की इस मामले को लेकर डूंगरपुर सीडीईओ मेडम मामले को दबा कर शिक्षक को बचाने का प्रयास कर रही है।
यहं था मामला
उमावि बालिका बनकोड़ा में एक शिक्षक द्वारा कक्षा 7,10वीं की बालिकाओं को गाली गालौज, छेड़छाड़ के मामले में 5 माह पूर्व जांच कमेटी द्वारा जांच की गई। जिसकी रिपोर्ट सीबीईओ आसपुर को दी गई। सीबीईओ ने जांच को सीडीईओ डूंगरपुर को भेज दी गई। डूंगरपुर सीडीईओ ने जांच रिपोर्ट उदयपुर संयुक्त निदेशक को भेजना बता दिया। लेकिन संयुक्त निदेशक से जानकारी लेने पर बताया की पांच माह से चल रही शिक्षक के खिलाफ जांच की अब तक कोई रिपोर्ट ही हमे नहीं भेजी गई है।
ऐसे में माना जा रहा है की जांच रिपोर्ट सीबीईओ से मिलने के बाद भी सीडीईओ डूंगरपुर द्वारा शिक्षा विभाग उदयपुर को नहीं भेजना अधिकारी खुद किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार कर रहे है। दो दिन पूर्व में सीडीईओ द्वारा मामला सेकंड ग्रेड का होने के कारण रिपोर्ट जेड डी ऑफिस को भेजना बताया लेकिन जेड डी से बात करने पर खुलासा हुआ।
डूंगरपुर सीडीईओ इंदिरा लठ्ठा ने कहा मैंने रिपोर्ट जेड डी ऑफिस में भेज दी है। फिर भी मैं ऑफिस में एक बार दिखवा लेती हूं, आज किसी निरीक्षण में हूं।
शिक्षा विभाग सयुक्त निदेशक पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया- मैंने दो माह से ज्वॉइन किया है। इस टाइम में नहीं आई और अगले तीन चार माह में भी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। आप मेडम से एक बार बात कर लो। मेडम ऐसा क्यों कह रही है।
