– रंधावा ने कहा था ‘बड़ी उम्र वालों को खुद पद त्याग देना चाहिए
बायान पर चली कांग्रेस तो मालवीय, बामणिया और भगोरा आ सकते हैं संकट में !
राज्य में अभी 60 पार के 45 विधायक, 26 मंत्री 50 से ज्यादा उम्र के
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की बात मानें तो वागड़ में भी कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को टिकट से वंचित होना पड़ सकता है। प्रदेश प्रभारी रंधावा ने पिछले दिनों कहा था कि बड़ी उम्र वालों को ख़ुद त्यागपत्र देना चाहिए! राजनीति में युवाओं को मौक़ा देने की बात तो हर कोई नेता करता है लेकिन जब टिकट देने की बात आती है तो नेताओं के ये उपदेश हवा हो जाते हैं। हाल ही में यूथ कांग्रेस के हुए चुनाव में कई आदिवासी युवा अपने दम पर जीतकर आए हैं जिन्हें विधान सभा के चुनाव में मौक़ा दिया जा सकता है। हालाँकि बुजुर्ग और दिग्गज नेता इन युवाओं को आगे बढ़ने का मौक़ा देते हैं या नहीं यह तो आने वाला वक़्त ही बताएगा लेकिन पार्टी के प्रदेश प्रभारी के बयान पर भी पार्टी चल पाती है या नहीं यह देखने वाली बात है।
प्रदेश प्रभारी की बात पर पार्टी चलती है तो मंत्री महेंद्र सिंह मालवीय, अर्जुन सिंह बामणिया, पूर्व सांसद, ताराचंद भगोरा, पूर्व विधायक, सुरेन्द्र बामणिया, लालशंकर घाटिया, पूंजीलाल परमार, सुरमाल परमार, पूर्व प्रधान महेंद्र बरजोड जैसे कई दिग्गज नेता टिकट से वंचित हो सकते हैं। वागड़ में कांग्रेस की राजनीति की बात करें तो डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ही युवा विधायक हैं। हालाँकि वागड़ में कांग्रेस की राजनीति में कई युवा विधायक बनने के सपने देख रहे हैं । जिनमें सागवाडा से सरपंच संघ अध्यक्ष कैलाश रोत, जिला परिषद सदस्य हरीश अहारी, सनी बामणिया, आसपुर से काहारी सरपंच राकेश रोत और एक शिक्षक नेता का भी नाम आ रहा है । इघर, चौरासी से निमिशा भगोरा, अभिलाषा बागडिया, महेंद्र भगोरा जैसे युवा विधायक बनने दौड़ में शामिल हो सकते है।
60 साल से ज्यादा के 7 मंत्री
60 साल या उससे ज्यादा उम्र के भी 7 मंत्री कांग्रेस की सरकार में हैं। इनमें मुख्य सचेतक रहे महेश जोशी सहित मुरारीलाल मीणा, राजेंद्र सिंह यादव, गोविंद मेघवाल, महेंद्रजीत मालवीय, रमेश मीणा और विश्वेंद्र सिंह शामिल हैं।
50 साल से ज्यादा के 10 मंत्री
सबसे ज्यादा 10 मंत्री 50 से 60 की उम्र के बीच हैं। जाहिदा खान, राजेंद्र गुढ़ा, अर्जुन बामनिया, शकुंतला रावत, भजनलाल जाटव, ममता भूपेश, रामलाल जाट, प्रताप सिंह खाचरियावास, प्रमोद जैन भाया और लालचंद कटारिया शामिल हैं। महिलाओं की बात करें तो सरकार की तीनों महिला मंत्री इसी एज ग्रुप से हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का बयान
‘बड़ी उम्र वाले लोगों को अपने आप ही कुर्सी का मोह त्याग देना चाहिए। इसमें कहने की जरूरत नहीं होती है। राजनीति में कटऑफ एज नहीं हो सकती। कांग्रेस ऐसी पार्टी है, जो युवाओं को मौका देती है। कांग्रेस बुजुर्ग और अनुभवी नेताओं को साथ लेकर चलती है। युवाओं को आगे बढ़ाते रहते हैं।’
प्रदेश में कांग्रेस की ये स्थिति
106 विधायकों में से कांग्रेस के 75 विधायक ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 साल या उससे ज्यादा है। सिर्फ 31 विधायक ही ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 साल से कम है। वहीं, अगर बात मंत्रियों की हो तो 30 में से 26 ऐसे हैं जिनकी उम्र 50 या उससे ज्यादा है। 50 से कम उम्र वालों में सिर्फ अशोक चांदना, भंवर सिंह भाटी, टीकाराम जूली और सालेह मोहम्मद हैं। इनमें भी 40 साल से कम उम्र के सिर्फ एकमात्र खेलमंत्री अशोक चांदना हैं।
उदयपुर में चिंतन-
कांग्रेस ने पिछले साल उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में संकल्प लिया था कि पार्टी में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मौका दिया जाएगा। सत्ता और संगठन दोनों में 50 साल से कम उम्र के 50 प्रतिशत लोग होंगे। इनमें टिकट और संगठन के पद दोनों शामिल हैं। कांग्रेस यह फाॅर्मूला 2024 से लागू करेगी।