राजस्थान मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस रामचंद्र सिंह झाला ने गुरुवार को डूंगरपुर जिले के कोतवाली और सदर थाने के साथ जिला जेल का निरीक्षण किया।
राजस्थान मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस रामचंद्र सिंह झाला गुरुवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे। आयोग सदस्य झाला ने कोतवाली और सदर थाने के साथ जिला जेल का भी निरीक्षण किया। थानों में पुलिस की नफरी कम मिली। वहीं, जेल में क्षमता से अधिक बंदियों के होने के साथ गर्मी से राहत नहीं होने जैसी शिकायते सामने आई।
राजस्थान मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस रामचंद्र सिंह झाला का गुरुवार को डूंगरपुर पहुंचने पर स्वागत किया गया। आयोग के सदस्य झाला ने कोतवाली और सदर थाने का निरीक्षण किया। उन्होंने रिकॉर्ड रूम, मालखाना, लोकअप का निरीक्षण किया। आयोग सदस्य के निरीक्षण के दौरान दोनों ही थानों के लॉकअप में कोई भी आरोपी नहीं था, जबकि अन्य दिनों में लॉकअप भरे रहते हैं। निरीक्षण के दौरान दोनों थानों में स्वीकृत नफरी के मुकाबले काफी कम नफरी मिली।
इसके बाद राजस्थान मानवाधिकार आयोग के सदस्य जस्टिस रामचंद्रसिंह झाला जिला कारागृह पहुंचे। जेल के गार्ड्स ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उन्होंने कारागृह का निरीक्षण किया। जेल में बंदियों से बातचीत कर उनकी समस्या सुनी। बंदियों ने बताया की जेल में क्षमता से अधिक बंदी हैं। 70 की क्षमता वाली जेल में 150 से ज्यादा कैदी भरे थे। गर्मी के मौसम में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, जबकि जेल में कूलर की व्यवस्था भी नहीं है।
आयोग के सदस्य ने जेलर से पूछा तो जेलर ने बताया कि जिले में नई जेल निर्माणाधीन है। जल्द ही काम पूरा होने वाला है, जिसके बाद ये समस्या नहीं आएगी। आयोग से सदस्य झाला ने कहा की निरीक्षण में जो कमियां मिली हैं। उनके लिए सरकार को लिखा जाएगा और उन्हें दूर करवाया जाएगा।