डूंगरपुर/लेपर्ड ने एक महिला समेत पांच लोगों पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर लेपर्ड एक घर में जाकर छिप गया। लोगों ने उसे मकान में बंद कर दिया। करीब 3:30 घंटे तक ग्रामीणों में दहशत बनी रही। घटना डूंगरपुर शहर से 12 किमी दूर महूडी वासुआ फला गांव की है। सूचना पर उदयपुर से पहुंची टीम ने लेपर्ड को ट्रैंकुलाइज किया। डूंगरपुर वन विभाग की टीम लेपर्ड को ले गई।
चौरासी थाना क्षेत्र के महुडी वासुआ फला गांव के लोगों ने बताया कि बुधवार सुबह 9:30 बजे एक लेपर्ड गांव में घुस गया। मोहनलाल मनात और उसके परिवार के लोग घर के बाहर काम कर रहे थे। तभी अचानक लेपर्ड ने मोहनलाल की बेटी जया रोत (30) पर हमला कर दिया। जया के कमर पर पंजे के खरोंच आए हैं। जया के चिल्लाते हुए भागने पर लेपर्ड ने पास में ही चंदूलाल (31) पुत्र हुका मनात, मुकेश मनात (39), मोहनलाल मनात (60), भरत मनात पर भी हमला कर दिया।
लेपर्ड भागते हुए मोहनलाल के घर में घुस गया। घर के सभी लोगों के बाहर होने के चलते लोगों ने लेपर्ड को घर में बंद कर दिया। एम्बुलेंस से सभी घायलों डूंगरपुर अस्पताल पहुंचाया गया। ग्रामीणों की सूचना पर चौरासी थाना पुलिस और डूंगरपुर वन रेंज से टीम मौके पर पहुंची। लेपर्ड मकान के चारों कमरों में घूम रहा था। करीब 12 बजे उदयपुर से ट्रैंकुलाइजर डीपी वर्मा डूंगरपुर पहुंचे।
डीएफओ रंगास्वामी उन्हें साथ लेकर महूडी वासुआ फला आए। लेपर्ड कमरे में ड्रम के पीछे छिपा हुआ था। करीब एक बजे ट्रेंकुलाइजर ने दरवाजा खटखटाया। इस पर हलचल होते ही लेपर्ड ड्रम के पीछे से बाहर की तरफ आया तभी उसे ट्रैंकुलाइज कर दिया। करीब 10 मिनट बाद मकान का ताला खोलकर पैंथर को एक चटाई में डालकर बाहर निकाला गया। इसके बाद पिंजरे में डालकर वन विभाग की टीम रवाना हो गई। पैंथर के चेहरे और शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे।
टाइम लाइन
- सुबह 9:30 बजे लेपर्ड ने 5 लोगों पर हमला कर दिया।
- 9:50 बजे लोगो ने लेपर्ड को घर में बंद कर दिया।
- 10 बजे बाद चौरासी थाना पुलिस और डूंगरपुर वन नाका की टीम पहुंची।
- दोपहर 12:30 बजे उदयपुर से ट्रेंकुलाइजर डीपी वर्मा और डीएफओ रंगास्वामी मौके पर पहुंचे।
- दोपहर 1 बजे ट्रैंकुलाइज किया गया।