भारतीय टेलीकॉम नियामक प्राधिकरण ने एक बड़ा निर्णय लिया है। प्राधिकरण ने अब धोखाधड़ी करने वाले लोगों के सिम कार्ड के साथ-साथ उनके स्मार्टफोन या अन्य मोबाइल फोन को भी ब्लॉक करने की घोषणा की है। यह देखा गया है कि साइबर अपराधी बार-बार सिम बदलकर ऑनलाइन फ्रॉड करते हैं। इसे रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है।
पहले केवल सिम को ब्लॉक किया जाता था, लेकिन अब दूरसंचार विभाग ने मोबाइल नंबरों को डिस्कनेक्ट करने के साथ हैंडसेट को भी ब्लॉक करना शुरू कर दिया है। सरकार ने फ्रॉड से संबंधित शिकायतों के लिए एक नया पोर्टल लॉन्च किया है। अब तक फ्रॉड एसएमएस भेजने वाले 52 ठिकानों को ब्लैकलिस्ट किया गया है और 348 मोबाइल हैंडसेट ब्लॉक किए गए हैं।
साथ ही, 10,834 फर्जी मोबाइल नंबरों को वेरिफिकेशन के लिए भेजा गया है, जिन्हें 30 अप्रैल 2024 तक वेरिफाई करना था और अब उन्हें ब्लॉक कर दिया गया है। ड्यूटी ने फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए 1.18 लाख मोबाइल डिवाइसेस को भी ब्लॉक कर दिया है और इस साल 30 अप्रैल तक 1.66 करोड़ मोबाइल कनेक्शनों को भी बंद किया गया है।
यदि आपके पास कोई भी फ्रॉड कॉल या एसएमएस आता है, तो आप तुरंत भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर चाकसू पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और इसकी जानकारी दे सकते हैं।