सागवाड़ा। क्षेत्र के चीतरी ग्राम पंचायत के अंतर्गत दहला डामरिया गांव में बुधवार को सुबह में पैंथर ने दो लोगों पर अटैक कर उन्हें घायल कर दिया। हमले के बाद हल्ला मचाने पर पैंथर भाग गया, लेकिन गांव में ही एक निजी फार्म हाउस पर कोठरी में जाकर दुबक गया।
इसे रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग की ओर से मौके पर पिंजरा लगाया गया है। साथ ही ट्रेंकुलाइज करने के लिए उदयपुर से लालसिंह व जीतू भाई की टीम बुलाई गई। उसके बाद फार्म हाउस में जाकर देखा तो पैंथर पड़ा हुआ था और वह कोई हरकत नही कर रहा था। पैंथर की संदिग्ध अवस्था मे मौत हो चुकी थी। ऐसे में वन विभाग की टीम और डीएसपी विक्रम सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई के बाद पैंथर के शव को वन विभाग कार्यालय सागवाड़ा (नर्सरी) लाया गया, यहां नर्सरी में गुरुवार को सुबह में पोस्टमॉर्टम कर पैंथर की मौत की वजह का पता लगाया जाएगा।
इधर, सुबह में गांव के कमलेश (35) पुत्र कावा पांडोर और कनकमल (29) पुत्र कावा पांडोर दोनों भाई घर के पास ही खेतों की ओर गए थे। उसी समय खेतों में झाड़ियों के बीच छुपे पैंथर ने अचानक हमला कर दिया। हमले से दोनों डर गए। कमलेश पर हमले के बाद कनकमल पर अटैक किया। इस पर दोनों ने हो हल्ला मचाया। इससे पैंथर भाग गया। बड़ी संख्या में गांव के लोग दौड़कर आ गए। पैंथर भागते हुए गांव में ही निजी फार्म हाउस में बनी एक खुली कोठरी में छुपा गया था। पैंथर के हमले से कमलेश और उसके भाई कनकमल के गर्दन, हाथ पैर पर कई जगह नाखून के निशान हैं। वहीं, हाथ की कलाई पर भी गंभीर घाव हो गया। दोनों घायलों को अस्पताल लेकर गए और इलाज करवाया गया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई के बाद पैंथर के शव को सागवाड़ा नर्सरी में रखवाया है। गुरुवार को सुबह में पोस्टमॉर्टम होगा।