Recurring Deposit : एफडी की तरह ही एक सुरक्षित निवेश योजना है। आरडी में निवेश करना काफी सुविधाजनक है। आप छह महीने से लेकर 10 साल तक का प्लान चुन सकते हैं। इसे आप किसी भी बैंक एनबीएफसी और डाकघर में भी खुलवा सकते हैं।
छोटी योजनाओं में आवर्ती जमा (Recurring Deposits – RD) बेहद लोकप्रिय बचत योजना है। यह एफडी (FD) जितनी ही सुरक्षित होती है और इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें निवेश करना काफी आसान होता है। इससे आप हर महीने एक छोटी सी राशि जमा करके एक बड़ी धनराशि एकत्रित कर सकते हैं। आरडी खाते को आप किसी भी बैंक, एनबीएफसी और डाकघर (Post Office) में खुलवा सकते हैं।
आरडी अकाउंट को खोलने का एक बड़ा फायदा यह है कि इसमें निवेशकों को एक निश्चित दर पर ब्याज मिलता है। यह हर बैंक, एनबीएफसी और पोस्ट ऑफिस में अलग-अलग हो सकती है। आरडी अकाउंट को एक निश्चित अवधि के लिए खोला जाता है और हर महीने निवेशकों को इसमें एक तय राशि जमा करनी होती है। अवधि पूरी होने के बाद जमा रकम ब्याज के साथ वापस कर दी जाती है। यह उन निवेशकों के लिए अच्छा है, जो अपनी आय का एक हिस्सा हर महीने बैंक में जमा कर एफडी जैसा फायदा लेना चाहते हैं।
आरडी में निवेश करने के फायदे
आरडी में जमा करने से आपको हर महीने बचत करने आदत पड़ जाती है।
इसमें न्यूनतम 10 रुपये के मासिक निवेश से शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि यह बैंक पर निर्भर करता है। हर बैंक में यह राशि अलग-अलग हो सकती है।
आरडी में निवेश करना काफी लचीला होता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार छह महीने से लेकर 10 साल तक की आरडी करा सकते हैं।
इसमें मिलने वाली ब्याज, बैंक एफडी के लगभग बराबर ही होती है।
आप आरडी को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। यह आपकी जमा राशि का 80 से 90 फीसदी हो सकता है।
कई बैंक आपको मैच्योरिटी की अवधि से पहले भी आरडी से पैसे निकलने का सुविधा देते हैं, लेकिन इसके लिए आपको कुछ चार्ज देना होगा।
आरडी खुलवाने से पहले इन बातों का रखना चाहिए ध्यान
आरडी खुलवाने में पहले आप बैंक या जिस संस्था में आप आरडी कराने जा रहे हैं, उसके ब्याज दरों के बारे में पूरी जानकारी जुटा लेनी चाहिए। यह 2.90 फीसदी से 7.25 फीसदी तक हो सकती है। ब्याज आपके मैच्योरिटी की अवधि पर निर्भर करती है। मध्यम अवधि यानी 5 साल तक की आरडी पर सबसे अधिक ब्याज मिलता है। वहीं, आरडी कराते समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उसे मैच्योरिटी से पहले तोड़ने की सुविधा हो, जिससे आप इमरजेंसी के समय अपना पैसा निकल सके।