सागवाड़ा/निकटवर्ती भीलूड़ा गांव में सोमवार शाम को उत्साह के साथ परंपरागत पत्थरो की राड खेली गई जिसमे 31 जने घायल हुए। ग्रामीणों द्वारा रघुनाथजी मंदिर के पास गोफण और हाथो से एक दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाए। युवाओं द्वारा परंपरागत रूप से दो दलों में आमने सामने होकर हुर्रे हुर्रे करते हुए पत्थरो की राड़ खेली।
ग्रामीणों की मान्यता है कि सती माता का श्राप होने से यहां की भूमि पर पत्थरो की राड़ में खून की बूंदे गिरेगी तभी गांव में सुख शांति बनी रहेगी। वही राड में घायलों का पास ही स्थित चिकित्सालय में चिकित्सको द्वारा उपचार किया गया। करीब दो घंटो तक चली राड में किसी के हाथ तो किसी के पैर और किसी के सिर पर चोटें आई।
हलाकी इस बार घायलों की संख्या 31 ही रही जो पिछले वर्षो की तुलना में आधी है। वही राड को देखने सागवाड़ा व भीलूड़ा सहित आस पास के कई गांवों से सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
चिकित्साधिकारी डॉ. युवराजसिंह चौहान ने बताया राड में 31 जनों को चोटें आई थी जिनको प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
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