सागवाड़ा। शहर में गुजरने वाले डूंगरपुर मार्ग के किनारे खड़ी निजी बसों के कारण लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई थी। बस चालकों ने मुख्य मार्ग को ही अनाधिकृत रूप से बस स्टैंड बना लिया था, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। डूंगरपुर मार्ग थाने से महज कुछ मीटर की दूरी पर है, लेकिन इसके बावजूद लंबे समय तक पुलिस और प्रशासन ने आंख मूंदे रखीं।
“मेरा सागवाड़ा” समाचार पत्र ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया और लगातार कई दिनों तक इस विषय पर खबरें प्रकाशित कीं। खबरों में यह उजागर किया गया कि कैसे निजी बस संचालक मनमर्जी से बसें खड़ी कर ट्रैफिक बाधित कर रहे हैं, और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
समाचार के लगातार प्रकाशन और स्थानीय नागरिकों की नाराजगी के बाद आखिरकार पुलिस और प्रशासन को हरकत में आना पड़ा। गुरुवार को ट्रैफिक पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डूंगरपुर मार्ग पर खड़ी सभी निजी बसों को हटाया और बस चालकों को सख्त हिदायत दी कि आगे से मुख्य मार्ग पर बसें खड़ी न करें।
पुलिस की कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगो में राहत की लहर दौड़ गई है। लोगो ने समाचार पत्र का आभार जताते हुए कहा कि मीडिया की सक्रियता से ही यह संभव हो पाया।
हालांकि यह सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या प्रशासन भविष्य में भी इस तरह की मनमानी पर समय रहते कार्रवाई करेगा या फिर ऐसी स्थिति दोबारा उत्पन्न होगी।
स्थानीय नागरिकों की मांग:
लोगों की मांग है कि प्रशासन एक निर्धारित स्थल पर उचित बस स्टैंड विकसित करे, ताकि यात्रियों को भी सुविधा मिले और सड़क पर यातायात व्यवस्था भी सुचारु बनी रहे।