बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद राजकुमार रोत ने बांसवाड़ा संभाग को निरस्त किए जाने पर राज्य सरकार की तीव्र आलोचना की है। उन्होंने कहा:
“बांसवाड़ा संभाग को निरस्त करके राज्य सरकार ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर की जनता के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है। मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा पर रहने वाला एक गरीब आदिवासी लगभग 240 किलोमीटर की दूरी तय करके उदयपुर आना तो सोच भी नहीं सकता। सरकार का यह कदम आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता के साथ बहुत अन्यायपूर्ण है।”
सांसद ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार को आदिवासी जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए बांसवाड़ा संभाग को यथावत रखना चाहिए।
बांसवाड़ा संभाग को निरस्त करके राज्य सरकार ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर की जनता के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है।
मध्यप्रदेश और गुजरात की सीमा पर रहने वाला एक गरीब आदिवासी लगभग 240 किलोमीटर की दूरी तय करके उदयपुर आना तो सोच भी नहीं सकता। सरकार का यह कदम आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की जनता…
— Rajkumar Roat (@roat_mla) December 29, 2024
सोशल मीडिया पर अपील
राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया पर भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से निवेदन है कि इस फैसले पर पुनर्विचार कर बांसवाड़ा संभाग को यथावत रखें, ताकि