Telecom Sector: टेलीकॉम सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं. इस सेक्टर में भविष्य बनाया जा सकता है. आइए जानते हैं कि टेलीकॉम सेक्टर में जाने के लिए कौन सा कोर्स करें और उसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए. साथ ही कोर्स करने के बाद आपको कहां कहां नौकरियां मिल सकती हैं.
Telecom Sector: देश दुनिया में मोबाइल क्रांति का दौर है, ऐसे में टेलीकॉम सेक्टर में अवसर बढ़ें हैं. इसमें काफी संख्या में नौकरियां मिल रही हैं. 12वीं के बाद टेलीकॉम सेक्टर को भी करियर के विकल्प के रूप में चुना जा सकता है. टेलीकॉम सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए कई विश्वविद्यालय व संस्थान इससे संबन्धित कोर्स करवा रहे हैं. इन कोर्सेज को करने के बाद युवाओं को नौकरियां मिल जाती हैं. आए दिन मोबाइल खरीदने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही है. एक अनुमान के मुताबिक मोबाइल यूजर्स की संख्या जल्द ही एक अरब से अधिक होने वाली है. इस तरह टेलीकॉम सेक्टर में अवसर और भी बढ़ सकते हैं.
योग्यता व कोर्स (Academy Qualification and Course) :
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग का कोर्स करके टेलीकॉम सेक्टर में करियर बनाया जा सकता है. इसके लिए अभ्यर्थी भौतिक, गणित और रसायन विज्ञान आदि विषयों से 12वीं पास होना चाहिए. साथ ही अच्छे कॉलेज से इंजीनियरिंग करने के लिए अभ्यर्थी को ऑल इंडिया बेस्ड आईआईटी ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम ( IIT Joint Entrance Examinations) देना होता है. उसके बाद एडमिशन मिलता है. अगर कोई स्टूडेंट टेलीकम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहता है, तो उसके पास टेलीकम्युनिकेशन में बीटेक डिग्री होनी चाहिए. साथ ही यह डिग्री ऐसे कॉलेज या यूनिवर्सिटी से होना चाहिए, जो ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (All India Council of Technical Education) से मान्यता प्राप्त हो.
डिप्लोमा का भी विकल्प
इसके अलावा टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर बनने के लिए असोसिएट मेम्बरशिप ऑफ इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स (Associate Membership of Institute of Electronics and Telecommunication Engineers, AMIETE) और डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स (Institute of Electronics and Telecommunication Engineers, DIPIETE) का भी विकल्प है. डिप्लोमा प्रोग्राम में आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी की न्यूनतम आय 14 वर्ष होनी चाहिए. साथ ही कम न्यूनतम योग्यता 10वीं पास रखी गई है. इसके अलावा उसके पास संबंधित कार्य अनुभव हो या वह भौतिक गणित इंजीनियरिंग या कंप्यूटर साइंस के साथ उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा होक्या होता है कोर्स में :
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में मोबाइल टेलीफोनी, वायरलेस कम्युनिकेशन, इंटरनेट प्रोटोकॉल मीडिया सिस्टम, जीएसएम, आर्किटेक्चर जीपीआरएस नेटवर्क, सीडीएमए, वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल कोर्सेज में एनालॉग और डिजिटल कम्युनिकेशन, मल्टीमीडिया एवं डाटा कम्युनिकेशन, नेटवर्किंग, ऑप्टिकल कम्युनिकेशन, मॉड्यूलेशन टेक्निक्स आदि के बारे में समस्त जानकारियां दी जाती हैं. इसके विभिन्न कोर्सो में टेलीफोन एवं मोबाइल उपकरणों की असेंबलिंग आदि की भी जानकारी दी जाती है.
जॉब के अवसर :
सेटेलाइट, इंटरनेट और मोबाइल टेलीफोनी आदि के लिए टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स की काफी मांग है. इसके अलावा ब्रॉडकास्टिंग सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मॉस कम्युनिकेशन सेक्टर में भी टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स के लिए अपार संभावनाएं हैं. संचार मंत्रालय, ऑल इंडिया रेडियो, डीडी न्यूज, रेलवे, पुलिस, बीएसएफ, सीआरपीएफ समेत अन्य गर्वमेंट विभागों में नौकरियां निकलती रहती हैं.
डिफेंस सेक्टर में एयरफोर्स, नेवी, आर्मी, स्टेट फोर्स आदि में भी समय-समय पर इसके जानकारों के लिए भर्ती निकलती रहती है. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी जैसी नामचीन संस्थाओं में रिसर्च असिस्टेंट, रिसर्च एसोसिएट और साइंटिस्ट आदि के रूप में काम कर सकते हैं. आप प्रोजेक्ट मैनेजर, सिस्टम इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, ऑपरेशन हेड के के रूप में काम शुरू कर सकते हैं. अनुभव के आधार पर लाखों में सैलरी मिलती है.