आपके नाम पर कितने मोबाइल सिम कनेक्शन हैं। उसमें कितने फर्जी आईडी से हथियाए गए और कब से उपयोग किया जा रहा है, अब इसकी जानकारी घर बैठे पता लगा सकेंगे।
सूत्रों के मुताबिक साइबर अपराध और देश विरोधी गतिविधियों में इन सिम का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे कई मामले सामने आने के बाद इस पोर्टल में राजस्थान को भी जोड़ा गया है। साइबर अपराध में मेवात क्षेत्र और देश विरोधी गतिविधि में पाकिस्तान-भारत बॉर्डर से सटे क्षेत्र डीओटी की हिट लिस्ट में है। अभी तक देश में कहीं भी इस तरह का मैकेनिज्म नहीं था।
नम्बर ब्लॉक भी करा सकेंगे
इसी पोर्टल के माध्यम से उपभोक्ता फर्जी तरीके से संचालित सिम कनेक्शन को बंद करा सकता है। पोर्टल पर मौजूद विकल्प पर इसकी जानकारी देनी होगी। इसके बाद डीओटी यह जानकारी संबंधित मोबाइल आॅपरेटर को भेजेगा। यहां से संबंधित उपभोक्ता से मामले की तस्दीक की जाएगी और सही पाए जाने पर कनेक्शन बंद कर दिया जाएगा।
अभी इन प्रदेशों में यह सुविधा
आंध्रप्रदेश, केरल, राजस्थान, तेलंगाना, जम्मू-कश्मीर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड। यहां करीब 25 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता हैं।
दूरसंचार विभाग के पोर्टल से राह हुई आसान
पोर्टल का यूआरएल : https://tafcop.dgtelecom.gov.in
इस तरह करें उपयोग
-पोर्टल के मुख्य पेज पर मोबाइल नम्बर अंकित करना होगा। इसके बाद ओटीपी आएगा, जिसे डालने के बाद अगली स्क्रीन खुलेगी।
-यहां आपके आधार नम्बर के जरिए जितने मोबाइल नम्बर जारी है, उसकी सूची जाएगी। इसमें मोबाइल नम्बर के आधे अंक दर्शित होंगे।
-इन नम्बर के नीचे ही तीन विकल्प भी नजर आएंगे। पहला- दिस इस नॉट माय नम्बर, दूसरा- नॉट रिक्वायर्ड और तीसरा- रिक्वायर्ड
-मसलन, पेज पर 4 मोबाइल नम्बर हैं। इनमें से तीन नम्बर तो आप या आपके परिजन संचालित कर रहे हैं, लेकिन एक नम्बर आपके पास नहीं है। ऐसे में आप पहला विकल्प- दिस इन नॉट माय नम्बर… पर क्लिक करेंगे और नीचे दिए गए रिपोर्ट विकल्प पर क्लिक कर देंगे।
-इसके बाद स्क्रीन पर टिकिट आईडी रफेरेंस नम्बर नजर आएगा। इसका मतलब है कि आपकी शिकायत रजिस्टर्ड हो गई है। दूरसंचार विभाग के जरिए संबंधित मोबाइल आॅपरेटर एक्शन लेगा।
-एसएमएस के जरिए आपके पास कन्फर्मेेशन आएगी।
एक व्यक्ति 9 कनेक्शन ले सकता है..
एक व्यक्ति अधिकतम 9 मोबाइल सिम कनेक्शन ले सकता है। फर्जी तरीके से मोबाइल सिम हासिल कर अवैध गतिविधि करने के मामले सामने आते रहे हैं। स्थिति यह है कि लोगों को पता ही नहीं लग पा रहा था कि उनके नाम से कितने मोबाइल कनेक्शन जारी हैं।
राजस्थान में इतने मोबाइल कनेक्शन से अपराध, किए बंद
वर्ष—–मोबाइल कनेक्शन बंद
2020-21- 6000
2021-22- 73000
2022-23 (अक्टूबर तक)- 4,01,000