डूंगरपुर । भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय डूंगरपुर की टीम ने चौरासी थाने में तैनात एएसआई जीवनलाल को पांच हजार की रिश्वत लेते हुए पकडा। अभियुक्त ने शांतिभग में गिरफ्तार को छौडने की एवज में दस हजार की रिश्वत की मांग की थी।
जिस पर पीडित ने एसीबी चौकी पर संपर्क किया। एसीबी टीम ने पहले तीन हजार की रिश्वत देकर सत्यापन की कार्रवाई की थी। वही शेष राशि में से पांच हजार देते हुए आज जिला मुख्यालय पर दबोचा गया। एसीबी टीम ने पूछताछ की कार्रवाई शुरू की।
भष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर की ओर से आज चौरासी थाने में उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत जीवनलाल पटेल को पांच हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। एसीबी के एएसआई राजेंद्रसिंह ने बताया कि पीडित ने ब्यूरो कार्यालय में परिवाद देते हुए बताया कि उसे भाई और भतिजे को चौरासी पुलिस थाना झौथरी में कार्यरत उपनिरीक्षक जीवनलाल पटेल ने थाने में बंद कर दिया है।
इस पर पीडित से उपनिरीक्षक जीवनलाल पटेल से भाई और भतिजे को छौडने की एवज में 10 हजार की रिश्वत मांगी गई। जिस पर पीडित ने 26 जुलाई को रिश्वत मांग सत्यापन की रुबरु वार्ता करवाई गई। जिसमें आरोपी उपनिरीक्षक जीवनलाल पटेल ने 3 हजार की रिश्वत ली।
वही शेष राशि जल्द देने की बात कही। इसी क्रम में 29 जुलाई को पीडिता से 5 हजार की रिश्वत लेते हुए आरोपी जीवनलाल पटेल को एसीबी की टीम ने रंगेहाथो गिरफतार किया। रिश्वत लेने वाला उपनिरीक्षक मूलत: डूंगरपुर जिले के बिछीवाडा पंचायत समिति के कनबा गांव का निवासी है। एसीबी ने रिश्वत के पांच हजार रुपए भी आरोपी के पास बरामद किए गए।