– काकरी डूंगरी प्रकरण की गूंज विधानसभा में, सागवाडा विधायक ने निर्दोष आदिवासी युवाओं से मुकदमें हटाने की मांग रखी
– 1201 निर्दोष बच्चो के खिलाफ कार्यवाही हुई जबकि उन्हें भड़काने वाले कांग्रेस और बाप के नेताओं पर कोई कार्यवाही नही हुई
डूंगरपुर/जिले में हुए काकरी डूंगरी प्रकरण की गूंज राजस्थान विधानसभा में सुनाई दी। सागवाडा विधायक शंकरलाल डेचा ने विधानसभा में कहा कि इस प्रकरण में राजनितिक फ़ायदा के लिये निर्दोष आदिवासी युवाओं को फंसाया गया। आज वे मुकदमें झेल रहे हैं। विधायक ने कहा कि निर्दोष आदिवासी युवाओं से मुकदमें हटाये जाये। इस कांड में दोषी कांग्रेस और बाप के नेताओं को सजा मिलनी चाहिए। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई हो।
सागवाडा विधायक शंकरलाल डेचा ने विधानसभा में राजस्थान विधान सभा प्रक्रिया तथा कार्य संचालन के नियम 295 के तहत वर्ष 2020 में वागड में काकरी डूंगरी का मामला उठाया। विधायक ने कहा कि काकरी डूंगरी का मामला वागड के इतिहास का काला अध्याय बन गया। जिन नेताओं ओर वक्ताओ ने नादान आदिवासी बच्चों को रिट भर्ती 2018 की रिक्त अनारक्षित 1167 सीटो को आदिवासी बच्चों को दिलवाने भडकाया उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। वागड में हुए काकरी डूंगरी प्रकरण खेरवाडा में दो बच्चों की मृत्यु हई ओर दो प्रकरण दर्ज हुए।
जिसमें से एक सदर थाणा डूंगरपुर में मुकदमा सं. 197 दिनांक 26 सितम्बर 2020 जिसमे 460 बच्चों पर मुकदमा दर्ज हुआ। दुसरा मुकदमा बिछीवाडा थाणा में मुकदमा संख्या 278 दिनांक 26 सितम्बर 2020 जिसमे 728 बच्चों पर दर्ज हुआ कुल मिलाकर 1201 निर्दोष बच्चों के खिलाफ कार्यवाही हुई। जबकि जिन काग्रेस एवं बाप के नेताओ और वक्ताओ द्वारा अदिवासी बच्चों को उकसाया भाषण दिये उन पर कोई कार्यवाही नही हुई। सरकार से जानना चाहता हूँ की इस प्रकरण की न्यायिक जाँच कर दोषियो को सजा मिले और निर्दोष आदिवासी बच्चों की न्याय मिले।
आज इस मुकदमे के पीड़ित हमारे आदिवासी बच्चे कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहे है। सरकार की विभिन्न भर्तियों में पुलिस चरित्र प्रमाणपत्र नही मिल रहा है। जिससे वे रोजगार से वंचित हो रहे । काकरी डूंगरी प्रकरण में शिक्षक भर्ती में 1167 अनारक्षित सीटे जो नही भरी गई उसका आज दिन तक कुछ नही हुआ। जबकी इन सीटो को आगामी भर्ती मे जोड कर टीएसपी की सीटे बढानी चाहिये थी। उक्त विषय में शिक्षामंत्री से मांग करते हुए टीएसपी के बच्चों के साथ न्याय की मांग की है।