ग्रामीण युवाओं के लिए ‘अटल ज्ञान केन्द्र’ और ‘अटल प्रेरक’ योजना का ऐलान, 500 करोड़ का बजट मंजूर
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ग्रामीण युवाओं को रोजगार और प्रशिक्षण सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एक बड़ी पहल की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि हर ग्राम पंचायत में चरणबद्ध रूप से ‘अटल ज्ञान केन्द्र’ स्थापित किए जाएंगे। यह कदम युवाओं को जागरूक करने और उनके लिए रोजगार के नए अवसर सृजित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
अटल प्रेरक के रूप में युवाओं को रोजगार
मुख्यमंत्री ने बताया कि अटल ज्ञान केन्द्रों में स्थानीय युवक-युवतियों को ‘अटल प्रेरक’ के रूप में चयनित किया जाएगा। ये प्रेरक न केवल युवाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे बल्कि उनके क्रियान्वयन में भी सहयोग करेंगे। इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साथ-साथ विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
अटल ज्ञान केन्द्र की सुविधाएं
- लाइब्रेरी और ई-लाइब्रेरी:
- युवाओं को स्व-अध्ययन और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकालय और डिजिटल पुस्तकालय की सुविधाएं मिलेंगी।
- कैरियर काउंसलिंग:
- ग्रामीण युवाओं को कैरियर से जुड़ी सही मार्गदर्शन और सलाह दी जाएगी।
- जन-सुविधाएं:
- जाति, जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्र, मूल निवास और राशन कार्ड जैसी सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
- ई-गवर्नेंस सुविधाएं:
- ई-मित्र की तर्ज पर सरकारी योजनाओं के आवेदन की सुविधा प्रदान की जाएगी।
बजट और अन्य घोषणाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत केंद्रों के विकास पर लगभग 500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही राज्य सरकार ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में 26 दिसंबर को प्रत्येक पंचायत समिति मुख्यालय पर ‘अटल जन सेवा शिविर’ आयोजित करने का निर्णय लिया है।
अन्य योजनाओं के नामकरण
- ई-गवर्नेंस अवार्ड:
- अब इसका नाम बदलकर ‘अटल ई-गवर्नेंस अवार्ड’ रखा जाएगा।
- राजकीय विद्यालयों के कंप्यूटर कक्ष:
- इन कक्षों का नाम ‘अटल कंप्यूटर कक्ष’ होगा।
मुख्यमंत्री का उद्देश्य
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि यह पहल ग्रामीण युवाओं को आर्थिक और शैक्षिक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम और उनकी उपलब्धियों को सम्मानित करने का एक प्रयास है।
यह योजना राजस्थान के युवाओं को उनके सपनों को साकार करने और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।