डूंगरपुर।राजस्थान के राज्यपाल श्री हरी भाऊ बागड़े से समाजसेवी बंशीलाल कटारा ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने वागड़ क्षेत्र के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के बारे में विस्तार से चर्चा की।
विशेषकर दक्षिणी राजस्थान के लिए प्रशासनिक सेवाओं में अलग से आरक्षण के मुद्दे को उठाया गया। माननीय राज्यपाल ने मंडल आयोग की सिफारिशों का गहन अध्ययन कर इस विषय पर आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया।
कटारा ने राज्यपाल को बताया कि वागड़ क्षेत्र, संत सती सुरमालदास खराड़ी, गोविंद गुरु महाराज, मावजी महाराज और वीर कालीबाई कलासुआ जैसे महान संतों और वीरों की धरती है। इस क्षेत्र की धूणी धाम परंपरा को संरक्षित और संवर्धित करने की आवश्यकता है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि कुछ सामाजिक संगठन, गैर सरकारी संगठन और राजनीतिक दल इस क्षेत्र के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल से इस विषय पर गहन जांच कर उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया।
मुख्य बिंदु
बंशीलाल कटारा ने राज्यपाल से वागड़ क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। दक्षिणी राजस्थान के लिए प्रशासनिक सेवाओं में अलग से आरक्षण का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। वागड़ क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत और धूणी धाम परंपरा के संरक्षण पर जोर दिया गया। क्षेत्र में शांति भंग करने वाले तत्वों पर कार्रवाई करने की मांग की गई।