Banswara News Today : घाटोल थाना क्षेत्र के चड़ला गांव से गुजर रही माही की केनाल में एक 12 साल का लड़का डूब गया। हालांकि वह जीवित है या मृत इसको लेकर पुष्टि नहीं हुई है। फिलहाल पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम लड़के का रेस्क्यू करने में जुटे हैं।
घाटोल थानाधिकारी प्रवीणसिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि चड़ला गांव का ही रहने वाला संजय पुत्र शांतिलाल दोपहर में माही की आरएमसी केनाल की तरफ गया था। संजय अपनी मां लशिता के साथ् कपड़े धोने के लिए गया था। मां कपड़े धो रही थी और वो नहर में सिढ़ियों के किनारे बैठकर नहा रहा था। तभी अचानक उसका पैर फिसल गया और वो नहर में जा गिरा।
जब यह हादसा हुआ तब आसपास कुछ ग्रामीण भी थे, महिला चिल्लाई तो वो मौके पर पहुंचे और बचाने का प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण ग्रामीणों का प्रयास विफल रहा। उसी दौरान कुछ लोगों ने सूचना तुरंत ही पुलिस को दी और घाटोल थाने से जाब्ता मौके पर पहुंचा। इसके साथ ही प्रशासन से तहसीलदार रमजान खान भी मौके पर पहुंचे। बच्चे को बाहर निकालने के लिए बांसवाड़ा मुख्यालय से सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया गया।
सिविल डिफेंस के जवान भी नहर में उतने और रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन पानी के बहाव के कारण् उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सिविल डिफेंस के प्रशांत आचार्य ने बताया कि अब तक बच्चे का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। माही विभाग को सूचना देकर नहर में पानी के फ्लो को कम करने को कहा गया है। एसएचओ प्रवीण सिंह ने बताया कि पानी का बहाव कम होने पर ही बच्चे का पता चल पाएगा। फिलहाल टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
सागवाड़ा पहुंचाया जा रहा है पानी
माही की केनाल में पानी का वितरण् वैसे तो फरवरी माह में बंद हो जाता है। लेकिन इन दिनों सागवाड़ा में बनी भीखाभाई केनाल के माध्यम से पानी को डूंगरपुर जिले में पहुंचाया जा रहा है। इसलिए नहर में पानी छोड़ा गया है। आरएमसी केनाल बहुत बड़ी है, इसलिए बहाव कम होने में समय लगने के आसार है। संभावना है अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू शुक्रवार सुबह फिर से शुरू किया जा सकता है।
एसएचओ ने बताया कि बच्चा कक्षा 5वीं में पढता था, उसके पिता शांतिलाल किसान हैं, जो खेती कर घर का गुजारा करते हैं, और उसकी मां गृहिणी है। रेस्क्यू टीम में प्रशांत अचार्य, रजत गुर्जर, विजय लाल, महेश चंद्र पटेल, सुभाष पटेल, नरेंद्र, विनोद, शुभम गुर्जर, मनोहर निनामा, मनीष पटेल सहित ग्रामीण भी शामिल हैं।