Banswara News: बांसवाड़ा जिले के ठीकरिया के पास स्थित भापोर गांव में रक्षाबंधन का दिन मातम में बदल गया। पलोदड़ा गांव के परिवारजन पहली राखी मनाने के लिए नवविवाहिता ललिता का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, लेकिन बहन की जगह उसकी अर्थी पहुंची। इकलौते भाई ने बहन की चिता को कंधा दिया, तो पूरा गांव गम और सदमे में डूब गया।
घटना सोमवार की है, जब तीन माह पहले विवाहिता बनी ललिता पत्नी अंकित दायमा अपने ससुराल भापोर के वड़लीपाड़ा फले में फांसी के फंदे से लटकी मिली। परिवार का आरोप है कि ललिता की हत्या कर उसे लटकाया गया। शव पहले ही नीचे उतार लिया गया था, जिससे आक्रोश और बढ़ गया।
दोनों पक्षों में विवाद और आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस ने शव को एमजी अस्पताल भेजा। लंबे समय तक खींचतान के बाद मंगलवार शाम पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन माहौल तनावपूर्ण होने के कारण शव की सुपुर्दगी बुधवार दोपहर को ही हो पाई। गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया और गांव में सिर्फ सन्नाटा रह गया।