Banswara News : राजस्थान में बांसवाड़ा से 70 किमी दूर भैंसाऊ गांव में माही और अनास नदी के संगमस्थल पर स्थित है संगमेश्वर महादेव मंदिर। जो करीब 200 साल पहले बना था। यहां साल में केवल चार माह ही भोलेबाबा के दर्शन होते हैं। आठ माह मंदिर पूरी तरह से जलमग्न रहता है।
माही और अनास नदी के बैकवाटर में बना मंदिर हर साल अगस्त-सितंबर में डूब जाता है। खासबात यह है कि जैसे-जैसे शिवरात्रि आती है यहां पानी उतर जाता है। शिवरात्रि से पहले शिवभक्त मंदिर को सजा देते हैं। रंगरोगन होता है। इसके बाद चार माह तक यह मंदिर खुला रहता है।
सीमेंट न चूना, सिर्फ पत्थरों से बना, इसलिए खराब नहीं होता
मंदिर की बनावट ऐसी है कि इसके निर्माण में सीमेंट, रेत या चूने का कहीं भी इस्तेमाल नहीं किया है। यह सिर्फ पत्थरों से बना हुआ है। इसी वजह से पानी में डूबे रहने के बावजूद यह खराब नहीं होता है और इसकी मजबूती बरकरार है।
