बांसवाड़ा जिले के राजतालाब थाना क्षेत्र में भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गुरुवार को साढ़े तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए थानाधिकारी दिलीपसिंह चारण और दलाली कर रहे वकील शरीफ खान को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
रिश्वत की डील: थाने में 1 लाख और घर पर 2.5 लाख
परिवादी महिला ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी ने उसके और परिजनों के खिलाफ कुर्की कार्रवाई को रोकने के एवज में 6.5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। ACB के सत्यापन के दौरान बुधवार को थाने में 1 लाख रुपए लिए गए और गुरुवार को आरोपी वकील शरीफ खान, बचे हुए 2.5 लाख रुपए लेने जैसे ही परिवादी के घर पहुंचा, ACB ने उसे दबोच लिया।
CI की गिरफ्तारी रात 11 बजे हुई पुष्टि
पूछताछ के बाद सीआई दिलीपसिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि एसीबी ने रात 11 बजे की। बाद में ACB की टीम ने सीआई के क्वार्टर पर भी तलाशी ली।
पुराना ट्रैक रिकॉर्ड: पहले भी रिश्वत की शिकायत
सूत्रों के अनुसार, सीआई चारण पर पहले भी जयपुर ACB में रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज हो चुकी है, लेकिन वह ट्रैप असफल रहा था। आरोप है कि 15 जनवरी को उदयपुर तबादला होने के बावजूद भी सीआई अब तक कार्यमुक्त नहीं हुआ।
परिवादी का पक्ष: 15 साल से ब्यूटी पार्लर चला रही महिला
परिवादी महिला ने बताया कि वह पिछले 15 वर्षों से ब्यूटी पार्लर चला रही है और उस पर दर्ज मुकदमे धमकाने और उधार लेन-देन से संबंधित हैं। उसने कोर्ट में सभी तथ्यों का स्पष्टीकरण भी प्रस्तुत किया है। महिला ने कहा कि उसकी मासिक आय लगभग ₹60,000 है, जो शादी के सीजन में ₹2 लाख तक पहुंच जाती है।