कुआ थाना पुलिस की कार्यशैली के खिलाफ चौरासी से बीएपी विधायक राजकुमार रोत रविवार को थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। विधायक राजकुमार ने कुआ थाना पुलिस पर अपराधियों के साथ मिलकर अपराधियों की जगह आमजन में भय पैदा करने के आरोप लगाए हैं। वहीं पीड़ित लोगों को न्याय नहीं मिलने तक धरने पर बैठे रहने की चेतावनी दी है।
बीएपी विधायक राजकुमार रोत ने बताया कि लोकसभा चुनाव के मतदान की पूर्व रात्रि 25 अप्रैल को हुकुमचंद नाम के व्यक्ति के साथ पूर्व प्रधान महेंद्र बरजोड़ और उसके सरपंच पुत्र अरुण ने मारपीट की थी। कार को नुकसान पहुंचाया था। किसी तरह हुकुमचंद जान बचाकर वहां से भाग गया। वहीं पीछे से कुआ पुलिस थाने के कॉन्स्टेबल की मौजूदगी में कार में अवैध शराब भर दी। बाद में शराब तस्करी का झूठा केस दर्ज करवा दिया।
वहीं पूर्व प्रधान और उसके पुत्र द्वारा उनके पक्ष में मतदान नहीं करने पर जान से मारने की धमकी दी थी। इस बारे में पीड़ित की ओर से थाने में रिपोर्ट दी गई थी। वहीं एसपी को भी परिवाद दिया था, लेकिन इतने दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित परिवार ने कई बार थाने के चक्कर काटे, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। इस मौके पर विधायक राजकुमार ने कुआ थाना पुलिस पर अपराधियों के साथ मिलकर काम करने के आरोप लगाए।
विधायक ने कहा कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक वे थाने के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे।