जयपुर। करीब आठ महीने बाद होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष और उप नेता के नामों की घोषणा कर दी है। राजेंद्र राठौड़ विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता होंगे। वहीं, पिछले दिनों प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए गए सतीश पूनिया को उप नेता बनाया गया है। गुलाब चंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनने के बाद नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त था।
जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में रविवार को हुई विधायक दल की बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री अरूण सिंह की मौजूदगी में राठौड़ व पूनिया के नामों की घोषणा हुई। बैठक में प्रदेशाध्यक्ष सी.पी.जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। राठौड़ और पूनिया को नेता व उप नेता बनाकर पार्टी नेतृत्व ने एकजुट करने का संदेश दिया है। पूनिया को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद जाट समाज के कुछ लोगों ने नाराजगी जताई थी। अब पूनिया को उप नेता बनाकर जाट समाज को खुश करने की कोशिश की गई है।
सातवीं बार हुए हैं निर्वाचित
मालूम हो कि राठौड़ सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। वे केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अरूण सिंह के निकट माने जाते हैं। राठौड़ ने कहा कि सभी विधायक एकजुट होकर अशोक गहलोत सरकार को विधानसभा के अंदर और बाहर घेरेंगे। सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष को तेज किया जाएगा। कानून व्यवस्था,भ्रष्टाचार सहित विभिन्न मुददों को लेकर भाजपा मंडल से लेकिर प्रदेश तक आंदोलन करेगी।
वसुंधरा राजे को बनाया जा सकता है चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष
सूत्रों के अनुसार वसुंधरा को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस बारे में अगले कुछ दिनों में घोषणा हो सकती है। उधर वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल नाराज होकर बैठक को बीच में छोड़कर चले गए। बाद में वरिष्ठ नेताओं की समझाइश के बाद वे वापस लौटे । मेघवाल ने नाराजगी के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।राठौड़ के नेता बनने के बाद उनके समर्थकों ने नारेबाजी की।