सागवाड़ा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में भाद्रपद शुक्ल तृतीया मंगलवार को हरतालिका (केवड़ा) तीज के रुप में मनाई गई। महिलाओं ने सुख-समृद्धि एवं सुहाग की लबी उम्रदराजी की कामनार्थ दिनभर निर्जल निराहार रहकर व्रत किया। व्रतार्थी महिलाएं सुबह जल्दी उठी तथा शिवालयों में पहुंची।
शहर के गमलेश्वर महादेव, मसानिया तालाब के किनारे पर स्थित दशा माता मंदिर सहित शहर के शिवालयों में मिट्टी के शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा-अर्चना की। इसके बाद कथा का वाचन किया। दिनभर मंदिरों में भजन-कीर्तन कर माहौल को भक्तिमय बनाया।
इसी दौरान मांडवी चौक पर चारभुजानाथ मंदिर में नेमा समाज की महिलाओं ने पंडित के मंत्रोच्चार के साथ सामुहिक रूप से तीज का व्रतानुष्ठान किया। महिलाओं ने सौभाग्य तथा पति की दीर्घायु तथा पारिवारिक सुख, समृद्धि और शांति के लिए शिवलिंग का पूजन व कथा सुनकर शिव पार्वती जैसे सुखी पारिवारिक जीवन की कामना की।दिन भर निर्जला व्रत रखा।