सागवाड़ा। नगर क्षेत्र के सांसरिया तालाब पेटे में और रोहन किस्म की भूमि पर भराव से तालाब का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। एक तरफ केंद्र और प्रदेश सरकारों द्वारा जल स्वावलंबन व जल और स्त्रोतों के संरक्षण के लिए कई योजनाओं के माध्यम से करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, वहीं सागवाड़ा में पारम्परिक जल स्त्रोतों की अनदेखी की जा रही है।
जिसके चलते भूमाफिया सक्रिय हैं। आसपुर रोड़ पर साँसरिया तालाब में रोहन भूमि में भराव और बाउंड्री के मामले में तत्कालीन तहसीलदार द्वारा सीमांकन कर जांच रिपोर्ट देने के निर्देश के बावजूद जांच में देरी से अतिक्रमियों ने भराव के बाद बाउंड्री वाल बना दी है।
साँसरिया तालाब पेटे में व रोहन भूमि में भराव और बाउंड्री मिट्टी का भराव कर अतिक्रमण का मामला मेरा सागवाड़ा समाचार पत्र द्वारा पिछले कई दिनों से उठाया जा रहा है वही मामले की गंभीरता को देखते हुए 23 जनवरी को उपखंड अधिकारी सोनू कुमार गुर्जर द्वारा मौका निरीक्षण कर भराव व व्यावसायिक गतिविधियों को लेकर तहसीलदार से पूरे मामले की जानकारी ली तो सामने आया कि साँसरिया तालाब जो की राजस्व रिकार्ड में खातेदारी तालाब है एवं कुल 78 खसरों में स्थित है जिसमें से कुछ खसरों में मिट्टी का भराव कर व्यावसायिक गतिविधियां संचालित हो रही थी।
वही उपखंड अधिकारी के निर्देश पर सागवाड़ा तहसीलदार द्वारा उक्त खसरों के खातेदारों को चिन्हित कर उन्हे व्यक्तिशः तहसील कार्यालय में बुलाकर वर्तमान में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों को तुरंत बंद करने एवं भविष्य में तालाब की भूमि पर किसी प्रकार का भराव या निर्माण एवं अन्य गतिविधियां संचालित नहीं करने हेतु शपथ पत्र भरवाकर पाबन्द भी किया लेकिन प्रशासन द्वारा पाबन्द करने के बाद भी मौके पर स्थिति जस की तस बनी हुई है।
भराव करने वाले कतिपय लोग गलत तरीके से नियम विरुद्ध तालाब के पेटे में मिट्टी डालकर भूमि को समतल कर अतिक्रमण किया है उसे न तो हटाया गया और न ही प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रहीं है।
एसे में सवाल यह है कि जांच दल व तहसीलदार की कार्यवाही और पाबंद करने के बावजूद भराव व बाउंड्री कार्य नहीं रोकने के पीछे कोन रसूखदार लोग हैं। प्रशासन व नियमों के खिलाफ कार्य करने की इनकी हिम्मत कैसे होती है, जांच में ढील से भराव व बाउंड्री बना देने के लिए जिम्मेदार कौन है, इनके खिलाफ क्या कार्यवाही की जाएगी…. पूछता है मेरा सागवाडा और मेरे सागवाड़ा का हर नागरिक……