डूंगरपुर/उदयपुर एसीबी की स्पेशल टीम ने डूंगरपुर जिले के जिला परिषद के अधिशासी अभियंता अजय भार्गव को बुधवार को डूंगरपुर सर्किट हाउस में 45 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी अधिशासी अभियंता ने मनरेगा की स्वीकृति निकालने की एवज में रिश्वत की राशि की डिमांड की थी। फिलहाल एसीबी की कार्रवाई जारी है।
उदयपुर एसीबी की स्पेशल टीम के एएसपी उमेश ओझा ने बताया कि सत्तू पंचायत के सरपंच पुत्र शांतिलाल पुत्र तेजपाल कटारा निवासी देवकी ने 6 अक्टूबर को उदयपुर ऑफिस में शिकायत की थी। शिकायत में बताया था कि डूंगरपुर जिला परिषद के अधिशासी अभियंता अजय भार्गव मनरेगा की स्वीकृति निकालने के लिए सामग्री मद की राशि में से 2 प्रतिशत कमीशन के रूप में 80 हजार रुपए की डिमांड कर रहा है। वहीं , 20 हजार रुपए की राशि उसने ले भी ली है।
शिकायत पर एसीबी की स्पेशल यूनिट ने सत्यापन करवाया। सत्यापन में पुष्टि होने पर बुधवार को एसीबी की स्पेशल यूनिट ने ट्रैप का जाल बिछाया। वहीं , डूंगरपुर सर्किट हाउस में 45 हजार की रिश्वत राशि लेते अधिशासी अभियंता अजय भार्गव को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। सर्किट हाउस में उदयपुर एसीबी की स्पेशल यूनिट के एएसपी उमेश ओझा के नेतृत्व में कार्रवाई जारी है।