Gold Price Today: सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए ₹1,00,000 के पार पहुंच गई है। जानिए इसके पीछे की मुख्य वजहें, बाजार का हाल और निवेशकों के लिए क्या है अगला कदम।
2025 में सोना बना निवेशकों की पहली पसंद
2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। भारतीय बाजार में 10 ग्राम सोने की कीमत ₹1,00,000 के पार पहुंच गई है, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। निवेशकों का रुझान लगातार सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर बढ़ रहा है, जिससे सोने के दामों में रिकॉर्ड तेजी आई है।
कीमत बढ़ने के पीछे की 5 मुख्य वजहें
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता:
डॉलर की कमजोरी और ब्याज दरों में संभावित कटौती से सोने की मांग बढ़ी है।भू-राजनीतिक तनाव:
यूक्रेन और मध्य-पूर्व के हालातों ने निवेशकों को सोने जैसे सुरक्षित साधन की ओर मोड़ा।बढ़ती महंगाई:
महंगाई से निपटने के लिए लोग अपने पैसे को सोने में बदल रहे हैं।घटती आपूर्ति:
खनन गतिविधियों में कमी से वैश्विक आपूर्ति प्रभावित हुई है।बाजार में तेजी का ट्रेंड:
लगातार चौथे कारोबारी सत्र में सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। 21 अप्रैल को सोना 2.44% चढ़कर $2,079 प्रति औंस तक पहुंच गया। वहीं चांदी भी 1.93% की तेजी के साथ $3,491.25 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
पिछले 30 वर्षों का रिटर्न
विशेषज्ञ सीमंत गांधी के अनुसार, 1990 में 10 ग्राम सोना ₹3,200 में मिलता था। अब वही सोना ₹1,00,000 के पार पहुंच गया है, यानी लगभग 26.20% सालाना रिटर्न।
क्या आगे भी बढ़ेगा सोना?
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर वैश्विक अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने की कीमतों में और इज़ाफा हो सकता है। वर्ष 2025 के अंत तक 10 ग्राम सोना ₹1.10 लाख से भी ऊपर जा सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह
दीर्घकालिक निवेश के लिए यह समय उपयुक्त माना जा रहा है।
निवेश से पहले बाज़ार के विशेषज्ञों से सलाह लें।
पोर्टफोलियो में विविधता बनाएं रखें — सिर्फ सोने पर निर्भर न रहें।
निष्कर्ष:
अगर आप सुरक्षित और स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं, तो सोना 2025 में एक शानदार विकल्प बनकर उभरा है। इसकी ऐतिहासिक तेजी इसे निवेशकों की पसंद बना रही है।